दरभंगा में बोले पीएम मोदी- महामिलावट के लिए आतंकवाद मुद्दा नहीं लेकिन नए भारत में ये बहुत बड़ा मुद्दा है
बिहार के दरभंगा में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर आतंकवाद का मसला उठाया. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे आस पड़ोस में ही आतंक की फैक्ट्रियां चल रही हैं और ये कहते हैं की आतंकवाद मुद्दा ही नहीं है. महामिलावट करने वालों, आपके लिए आतंकवाद मुद्दा नहीं होगा, लेकिन नए भारत में ये बहुत बड़ा मुद्दा है.
श्रीलंका सीरियल ब्लास्ट का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिस आतंकवाद ने श्रीलंका में 350 से ज्यादा मासूमों की जान ले ली, क्या ये मुद्दा नहीं है? हमारे पड़ोस में आतंक की फैक्ट्री चल रही है और महामिलावटी कहते हैं कि आतंकवाद मुद्दा ही नहीं है. ये नया हिन्दुस्तान है, ये आतंक के अड्डों में घुसकर मारेगा.
पीएम मोदी ने कहा कि हाल यह है कि जो 20 सीट लड़ रहे हैं, वो भी प्रधानमंत्री बनने के सपना देख रहे हैं. कर्नाटक में जो 8 सीट लड़ रहे हैं, वो भी प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं. जो 40 सीट लड़ रहे हैं, वो भी प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं. आप बताइए, बाजार में जितने चेहरे हैं, उनमें में कौन है जो आतंकवाद के खिलाफ लड़ सकता है. आप एक-एक वोट सीधे मोदी को जाने वाला है, लिहाजा आप चौकीदार को मजबूत कीजिए.
दरभंगा में पीएम मोदी ने कहा कि 3 चरण के मतदान के बाद जो महामिलावटी गला फाड़कर एयर स्ट्राइक के सबूत मांग रहे थे, वो अचानक गायब हो गए हैं. जो पाकिस्तान का पक्ष ले रहे थे, वो अब मोदी और ईवीएम को गाली देने लगे हैं. ये लोग जनता की नब्ज नहीं समझ पाए, इसलिए जनता ने 3 चरण में इन्हें ठीक से समझा दिया है.
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 2004 में कांग्रेस ने घोषणा पत्र में देश को वादा किया था कि वो 2009 तक देश के हर घर में बिजली पहुंचा देंगे. क्या ये वादा पूरा हुआ था? कांग्रेस और उसके साथियों ने आपको धोखा दिया. 2014 में आपने कांग्रेस की इस नीयत को पहचाना और इस चौकीदार को जिम्मेदारी दी. मैंने लाल किले से कहा था कि 1000 दिन में जिन 18,000 गांवों में बिजली नहीं पहुंची है, वहां बिजली दे देगें. हमने 1000 दिन से पहले ही देश के सभी गांवों में बिजली पहुंचा दी.
रैली की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लिए तो भारत माता की जय ही भक्ति है और वंदे मातरम् का उद्घोष, जीवन की शक्ति है. माँ भारती की समृद्धि, सुरक्षा और शांति का ही ये दायित्व है जिसे हम 130 करोड़ भारतीय मिलकर निभा रहे हैं. 21वीं सदी में जो बेटा-बेटी पहली बार दिल्ली की सरकार चुन रहे हैं, वो नौजवान इस चुनाव का नेतृत्व कर रहे हैं.