दिल्ली-NCR की सुबह शिमला से सर्द, न्यूनतम तापमान 4 डिग्री तक पहुंचा
दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई है। मौसम विभाग के मुताबिक पिछले तीन दिनों में दिल्ली-एनसीआर की सुबह शिमला से ज्यादा सर्द रही। मौसम विभाग ने 26 दिसंबर तक दिल्ली का न्यूनतन तापमान 4 से 5 डिग्री तक रहने का अनुमान जताया है। अधिकतम तापमान में कमी आने से ठंड बढ़ेगी।
दिल्ली का न्यूनतम तापमान गुरुवार सुबह 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि शिमला में न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस रहा। गुरुवार को पिछले चार सालों में दिसंबर की सबसे सर्द सुबह रही। मौसम विभाग के अनुसार हिमालयी राज्यों में बर्फवारी की वजह से उत्तर भारत के मैदानी हिस्सों में शीत लहर चल रही है। इसका असर दिल्ली-एनसीआर में भी पड़ा है और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। आने वाले दिनों में इसमें और कमी आएगी। .
दिन दिल्ली शिमला
20 दिसंबर 4.0 6.3
19 दिसंबर 5.2 9.4
18 दिसंबर 5.1 6.7
(न्यूनतम तापमान)
साफ मौसम व बर्फीली हवाएं इन दिनों दिल्ली में ठंड बढ़ा रही हैं। मौसम विभाग की माने तो पश्चिमी विक्षोप के कारण पिछले दिनों हिमालय राज्यों में जो बर्फवारी हुई थी। उसका असर अब दिल्ली में पड़ना शुरू हो गया है। साथ ही मौसम साफ रहने की वजह से भी दिल्ली के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है।
मौसम विभाग के अनुसार इन दिनों दिल्ली में हवा का बहाव उत्तर-पश्चिम दिशा से हो रहा है। जो अपने साथ बर्फीली हवाएं भी ले आ रही हैं। आने वाले दिनों में यही स्थिति रहने की संभावना है, जिस वजह से दिल्ली का न्यूनतम तापमान में सामान्य से तीन डिग्री तक नीचे बना रहेगा।
दिल्ली का साफ मौसम भी बढ़ा रहा है ठंड
दिल्ली में मौसम इन दिनों साफ बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार इस वजह से भी दिल्ली के तापमान में कमी दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग का कहना है कि मौसम साफ रहने की वजह से ग्रीन हाउस की गैसों की मात्रा में कमी की स्थिति बनी हुई है। इस वजह से सूरज की उष्मा धरती में अवशोषित नहीं हो रही है और धरती की सतह व वायुमंडल से बाहर चली जा रही है। जबकि ठंड व अन्य कारकों को वायुमंडल अधिक अवशोषित कर रहा है। इस वजह से ठंड की मात्रा में बढ़ोतरी हो रही है।
शीत लहर की वजह से पहले भी दिसंबर में पड़ी हैं ठंड
दिल्ली में शीत लहर की वजह से ठंड बढ़ने का मामला कोई नया नहीं है। इससे पहले भी दिसंबर में ठंड बढ़ाने के लिए शीत लहर जिम्मेदार रह चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार दिसंबर 2015 में एक दिन शीत लहर की वजह से दिल्ली का न्यूनतम पारा दिसंबर में रहने वाले सामान्य तापामान से तीन डिग्री तक नीचे चला गया था जबकि दिसंबर 2014 में तीन दिन तो 2011 में 4 दिन तक दिल्ली में शीत लहर का कहर जारी था।