‘माया-अखिलेश जहां से चाहेंगे, वहां से चुनाव लड़ेंगे मुलायम सिंह यादव’
बसपा प्रमुख मायावती व पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव जहां से चाहेंगे, वहीं से पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। ज्ञानपुर पार्टी कार्यालय में बुधवार को सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान ये बातें कहीं। दावा किया कि देश का अगला पीएम यूपी से होगा। गठबंधन से भाजपा नेताओं की नींद उड़ गई है। सीटों के बंटवारे व कार्यकर्ताओं की नाराजगी के बाबत पूछने पर कहा, बसपा व सपा के लोगों का एक मात्र लक्ष्य भाजपा को सत्ता से बेदखल करना है, जिसमें सभी जीजान से जुट गए हैं।
सपा-बसपा गठबंधन को जमीनी स्तर पर मजबूती देने के लिए अब जिलों में साझा कार्यक्रम चलाने की तैयारियां हैं। बसपा कोआर्डिनेटर और सपा जिलाध्यक्ष इसके लिए संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस करने के साथ चुनावी अभियान चलाएंगे। बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा मुखिया अखिलेश यादव की तरफ से इस संबंध में निर्देश दे दिया गया है। वहीं, मायावती ने बसपा संगठन की 20 जनवरी को महत्वपूर्ण बैठक करने का निर्देश प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा को दिया है। इसमें संगठन के लोगों को मायावती का संदेश पढ़कर सुनाया जाएगा।
Dबसपा की लखनऊ में 20 जनवरी को होने वाली जोन इंचार्ज और कोआर्डिनेटरों की बैठक में इसके बारे में विस्तृत जानकारियां दी जाएंगी उन्हें कब क्या करना है। उन्हें बताया जाएगा कि चुनाव अभियान को कब और किस तरह से आगे बढ़ाना है। बैठक में संगठन विस्तार की समीक्षा भी जाएगी। मायावती ने चुनाव से पहले बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने का निर्देश दिया है। कहा तो यह भी जा रहा है कि इस बैठक में काफी हद तक यह संकेत दे दिया जाएगा कि कहां से कौन लड़ेगा।
मायावती और अखिलेश ने लोकसभा चुनाव में यूपी की 38-38 सीटों पर लड़ने का फैसला किया है। यूपी के राजनीतिक इतिहास में 25 साल बाद सपा-बसपा फिर से एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने जा रही है। स्टेट गेस्ट हाउस कांड के बाद मायावती ने 2 जून 1995 को सपा से नाता तोड़ लिया था। मायावती ने इसीलिए गठबंधन के लिए हुई संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में सीटों के बंटवारे के साथ स्टेट गेस्ट हाउस कांड का जिक्र करना नहीं भूली। वजह, जिससे बसपा कार्यकर्ताओं के मन से इस कांड का हटाया जा सके।