मुंबईः अंधेरी स्थित अस्पताल में लगी भीषण आग, 8 की मौत, 147 घायल

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मुंबई के एक सरकारी अस्पताल में सोमवार की शाम आग लगने से आठ लोगों की मौत हो गई जबकि मरीज और आगंतुकों समेत 141 से ज्यादा लोग झुलस गए। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के एक अधिकारी ने बताया कि उपनगरीय अंधेरी के मरोल में स्थित ईएसआईसी कामगार अस्पताल में आग लगने के बाद मरीजों और आगंतुकों समेत कुल 147 लोगों को निकाला गया।

उन्होंने बताया, इसके बाद अग्निशमन कर्मियों ने सीढ़ियों की मदद से उन्हें अस्पताल की अलग-अलग मंजिलों से बचाया। अधिकारी ने बताया, अस्पताल की इमारत में भूतल के साथ पांच मंजिल है और आग चौथी मंजिल पर लगी थी। अधिकारी के अनुसार, 19 लोगों को कूपर अस्पताल ले जाया गया, जहां दो लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि 33 लोगों को सेवन हिल्स अस्पताल ले जाया गया जहां तीन को मृत घोषित कर दिया गया। अंधेरी के होली स्प्रिट अस्पताल में 40 लोगों को भर्ती कराया गया जहां एक को मृत घोषित कर दिया गया।

झुलसे लोग स्थिर हालत में

अग्निशमन विभाग को आग के संबंध में शाम चार बजे कॉल मिला था। अग्निशमन की पांच गाड़ियां और 15 एंबुलेंस को घटनास्थल पर भेजा गया, जहां आग बुझाने का कार्य अब भी जारी है। अधिकारी ने कहा, ज्यादातर बचाए गए और झुलसे लोग स्थिर हालत में हैं।

पूरी इमारत धुएं से भरी

अग्निशमन प्रमुख पीएस रहंगदाले ने कहा कि पूरी इमारत में धुआं भर गया है और अग्निशमन कर्मी मरीजों और आगंतुकों को बचाने के लिए सभी मंजिल की तलाशी ले रहे हैं।

डॉक्टर, नर्स और मरीज को सुरक्षित बचाया

रहंगदाले कहा कि आग को तीसरी मंजिल पर ही फैलने से रोक दिया गया, जहां से डॉक्टरों, नर्सों और मरीजों को सुरक्षित बचा लिया गया। अधिकारी ने बताया, आग बुझाने का काम जारी है। अस्पताल के आम रास्ते से आठ से 10 लोगों को बचाया गया। यह रास्ता अस्पताल की इमारत को एक निर्माणाधीन इमारत से जोड़ता है।

मृतकों को 10 लाख

मुंबई के अंधेरी में स्थित ईएसआईसी कामगार अस्पताल में आग हादसे में मारे गए लोगों के परिवार वालों को केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। गंभीर रूप से घायल लोगों के परिवार को दो लाख। मामूली रूप से घायलों के परिवार वालों को एक लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। केंद्रीय मंत्री ने अस्पताल में लगी आग के कारणों की जांच करने के लिए कमेटी बना दी है। 

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