यूपी निकाय चुनाव में बीजेपी का मास्टरप्लान
उत्तर प्रदेश में शहरी निकायों पर कब्जे की जंग तेज हो गई है। शहरों का किंग बनने के लिए सियासी दल एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। पहली बार सभी सियासी दल अपने सिंबल पर निकाय चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं। खुद सियासी दलों के सूरमा मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। निकाय चुनाव में बीजेपी के स्टार प्रचारक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे। पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाने के लिए खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव प्रचार की कमान संभालेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सूबे की सभी 16 नगर निगमों में जन सभाएं करेंगे। पार्टी सूत्रों के मुताबिक 15 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में जनसभा करके चुनाव प्रचार की शुरुआत कर सकते हैं। योगी एक दिन में दो रैलियां भी कर सकते हैं। सीएम बनने के बाद से वे पार्टी के स्टार प्रचारक बन कर गुजरात और हिमाचल प्रदेश का भी दौरा कर चुके हैं।
केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी लखनऊ में बीजेपी के लिए प्रचार करेंगे। ये उनका संसदीय क्षेत्र भी है। चुनाव में दोनों उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ मंत्रियों की जिम्मेदारी भी तय की गई है। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की भी एक दो जनसभाएं हो सकती हैं। पार्टी ने अपने सभी 71 लोकसभा सांसदों को भी प्रचार में जुटने को कहा है। शहरी क्षेत्रों में बीजेपी पहले से ही मजबूत है। इतना ही नहीं केंद्र और सूबे में भी पार्टी की सरकार है। ऐसे में निकाय चुनाव के नतीजे मतदाताओं के मिजाज को भांपने का काम करेंगे। हालांकि टिकट कटने से पैदा हुई नाराजगी पार्टी का खेल बिगाड़ सकती है। सपा, बसपा और कांग्रेस भी अपने-अपने पार्टी सिंबल पर चुनाव लड़ रहे हैं। और निकाय चुनाव में जोरदार प्रदर्शन करके अपनी ताकत का एहसास कराना चाहते हैं। कुल मिलाकर निकाय चुनाव के नतीजे 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए संकेत होंगे। चुनाव के नतीजे ये संकेत देंगे कि आम चुनाव से पहले जनता का मूड क्या है।