सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से आज मिलेंगी प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार को वाराणसी के बीएचयू ट्रामा सेंटर पहुंचीं और उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में जमीन विवाद में घायल हुए लोगों का हालचाल जाना. दरअसल, बुधवार को उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के मूर्तिया गांव में जमीन विवाद को लेकर 10 लोगों की हत्या कर दी गई थी. इसमें 28 लोग घायल भी हो गए थे. इस बीच जमकर फायरिंग हुई थी.
बताया जा रहा है कि मूर्तिया गांव के बाहरी इलाके में सैकड़ों बीघा खेत है, जिस पर कुछ ग्रामीण पुश्तैनी तौर पर खेती करते आ रहे हैं. ग्रामीणों के मुताबिक इस जमीन का एक बड़ा हिस्सा ग्राम प्रधान यज्ञदत्त के नाम है. ग्राम प्रधान ने एक आईएएस अधिकारी से 100 बीघा जमीन खरीदी थी. जब ग्राम प्रधान यज्ञदत्त ने इस जमीन पर कब्जे के लिए बड़ी संख्या में अपने साथियों के साथ पहुंचे और ट्रैक्टरों से जमीन जोतने की कोशिश की, तो विवाद हो गया.
इसका स्थानीय ग्रामीणों ने कड़ा विरोध किया, तो ग्राम प्रधान पक्ष के लोगों ने ग्रामीणों पर गोलियां चला दी. इस घटना में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 28 लोग घायल हो गए. वहीं, सोनभद्र हत्याकांड को लेकर कानून व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्षी दल यूपी की योगी आदित्यानाथ की सरकार पर हमलावर है. गुरुवार को कंग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. अब प्रियंका गांधी वाड्रा भी शुक्रवार की सुबह पीड़ित परिवारों से मिलने वाराणसी और सोनभद्र पहुंच रही हैं. इससे पहले भी प्रियंका गांधी सोनभद्र हत्याकांड को लेकर यूपी सरकार पर जमकर निशाना साधा चुकी हैं.प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया था कि बीजेपी राज में अपराधियों के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि दिन-दहाड़े हत्याओं का दौर जारी है. सोनभद्र के उम्भा गांव में भू-माफियाओं ने 3 महिलाओं सहित 9 गोंड आदिवासियों की सरेआम हत्या ने दिल दहला दिया. प्रशासन-प्रदेश मुखिया-मंत्री सब सो रहे हैं. क्या ऐसे बनेगा अपराध मुक्त प्रदेश?
क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में बुधवार को जमीनी विवाद में 10 लोगों की हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने इस मामले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले में 28 लोग नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज है. पुलिस अधीक्षक सलमान ताज पाटिल ने बताया कि इस मामले में ग्राम प्रधान के भतीजे समेत 24 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. मुख्य आरोपी प्रधान अभी फरार है.
पुलिस के मुताबिक, उभ्भा गांव में दो पक्षों के बीच सालों से जमीन का विवाद चल रहा है. गांव के प्रधान ने दो साल पहले 100 बीघा जमीन खरीदी थी, जिस पर वह सहयोगियों के साथ कब्जा करने के लिए गए थे, बुधवार को दिन में 11 बजे ग्राम प्रधान यज्ञदत्त गुर्जर और करीब दो सौ अन्य लोग 32 ट्रैक्टरों पर सवार होकर विवादित जमीन पर पहुंचे, जहां उन्होंने खेत की जुताई शुरू करा दी.
इस पर दूसरे पक्ष के लोगों ने इसका विरोध किया. तभी प्रधान के साथ आए लोग वहां स्थित दूसरे पक्ष के लोगों पर गोलीबारी करने लगे, जिससे 10 लोगों की मौत हो गई थी. प्रधान पक्ष के बाकी लोग लाठी डंडों और फावड़े लेकर टूट पड़े. दूसरे पक्ष ने भी मुकाबला करते हुए पथराव किया.