2011 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य का मैच फिक्सिंग गिरोह से संबंध! जांच में जुटी पुलिस
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम साल 2011 में दूसरी बार वर्ल्डकप जीतने में कामयाब रही थी। धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ खेले गए फाइनल मुकाबले में छक्का लगाकर टीम को वर्ल्डकप दिलाया था। फैन्स आज भी उन लम्हों को याद कर खुशी से फुले नहीं समाते हैं। हाल ही में भारत की 2011 वर्ल्ड कप टीम के एक सदस्य पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया गया है।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक पिछले साल जयपुर में खेले गए एक घरेलू टी 20 टूर्नामेंट में खिलाड़ी ने जिस तरीके का व्यवहार मैदान पर किया था, वो ठीक नहीं था। इसके बाद पिछले साल राजपूताना प्रीमियर लीग के दौरान बीसीसीआई की एंटी करप्शन सिक्सोरिटी यूनिट के तहत राजस्थान पुलिस सीआईडी इस मामले की जांच में जुट गई। इंडियन एक्सप्रेस की खबरों की मानें तो इस मामले में पुलिस ने पिछले साल जुलाई में जयपुर के चार होटलों से 14 लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए लोगों में वह खिलाड़ी भी शामिल था। पुलिस को इनके पास से कैश, मोबाइल फोन्स, वॉकी टॉकी और लैपटॉप आदि मिले। गिरफ्तार किए गए इन लोगों को कुछ दिन बाद ही जमानत पर छोड़ दिया गया।
इसके बाद साल 2017 के नंवबर में इस केस को सीआईडी को सौंप दिया गया और सीआईडी इस मामले की जांच कर रही है। डीजीपी सीआईडी पंकज कुमाार सिंह ने इस मामले को लेकर कहा कि वह छोटी-छोटी चीजों पर ध्यानपूर्वक जांच कर रहे हैं। दरअसल, राजपूताना प्रीमियर लीग के एक मैच के दौरान अंतिम ओवर में हुई गेंदबाजी ने सभी को हैरत में डाल दिया। इसके बाद बीसीसीआई ने इस मामले की जांच को राजस्थान पुलिस के हाथों में सौंप दिया। अभी तक हुई जांच में यह बात सामने आई है कि इस लीग में आयोजक, खिलाड़ी और अंपायर्स सट्टेबाजों के साथ मिलकर मैच का रिजल्ट पहले ही तैयार कर लेते हैं।
इतना ही नहीं इन सभी का लिंक एक भारतीय खिलाड़ी के साथ है, जो देश के लिए तीनों फॉर्मेट खेल चुका है। ऐसे में सीआईडी इस जांच को अंतिम रूप देने की कोशिश कर रही है। डीजीपी सीआईडी पंकज कुमाार सिंह का कहना है कि उनके पास अभी पूर्व भारतीय क्रिकेट को लेकर कोई ठोस सबूत नहीं है, लेकिन आरोप सही साबित होने पर वह उनके खिलाफ सख्त एक्शन लेंगे। बता दें कि जांच के दौरान कई डोमेस्टिक टी-20 लीग घेरे में आ गए हैं, किसी रिएलिटी टीवी शो की तरह ही इन लीगों के मैच भी पहले से ही फिक्स होते हैं।