2019 चुनावः 18 कंपनियों को किया सरकार ने शॉर्टलिस्ट, धांसू प्रचार के लिए बनाया प्लान
2019 में होने वाले आम चुनावों से पहले केंद्र सरकार ने धांसू प्रचार के लिए कमर कसना शुरू कर दिया है। सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने फिलहाल 18 कंपनियों को इस कार्य के लिए शॉर्टलिस्ट किया है, जिसमें कई नामी-गिरामी विज्ञापन एजेंसियां शामिल हैं। इन कंपनियों में किसी एक को जल्द ही इस काम के लिए नियुक्त कर दिया जाएगा।
यह नामी कंपनियां रेस में शामिल
एडमैन पीयूष पांडेय की कंपनी ओगिलिवी एंड मैथर जिसनें 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के लिए ‘अबकी बार मोदी सरकार’ विज्ञापन कैंपेन को तैयार किया था, सबसे आगे है। इसके अलावा पतंजलि आयुर्वेद का मीडिया कैंपन देखने वाली कंपनी वर्मिलियन कम्यूनिकेशन, उत्तर प्रदेश के चुनाव के दौरान पार्टी का प्रचार अभियान देखने वाली कंपनी क्रेयॉन एडवरटाइजिंग भी इन 18 कंपनियों की लिस्ट में शामिल हैं।
अगले हफ्ते होगी घोषणा
केंद्र सरकार अगले हफ्ते इस बात की घोषणा करेगी। जो भी कंपनी इसके लिए चुनी जाएगी, उसे सरकार की 14 महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में प्रचार करना होगा। यह योजनाएं हैं–जन धन योजना, मुद्रा योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत, पीएम फसल बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया, डिजिटल पेमेंट प्रोत्साहन, आयुष्मान भारत और उज्जवला। यह प्रचार अगले तीन महीनों के लिए चलेगा, जब तक आदर्श आचार संहिता लागू नहीं होती।
सोशल मीडिया पर प्रचार के लिए होगी अलग कंपनी
सोशल मीडिया पर विज्ञापन का प्रचार करने के लिए अलग कंपनी बनेगी। कुल तीन कंपनियों को सलेक्ट किया जाएगा, जिनमें एक कंपनी टीवी, वेब और रेडियो के लिए विज्ञापन तैयार करेगी। दूसरी कंपनी होर्डिंग व पोस्टर के लिए बाहरी विज्ञापन करेगी। इन सभी कंपनियों के लिए टारगेट पूरे देश में मौजूद सभी लोग होंगे।
चुनाव के बाद भी करेंगी काम
हालांकि इन कंपनियों को मार्च तक का कांट्रैक्ट दिया जाएगा, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद यह सभी कंपनियां भाजपा के लिए कार्य करती रहेंगी। 2014 के लोकसभा चुनाव में सोहो स्कावयर, ओएंडएम, प्रसून जोशी की मैक्कन, माडीसन वर्ल्ड आदि विज्ञापन तैयार किए थे। इन विज्ञापनों की वजह से भाजपा ने 30 साल बाद अपने दम पर पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। सोहो स्कावयर और ओएंडएम भाजपा के साथ महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव में भी विज्ञापन तैयार किए थे।