पुलवामा हमला: वी.के सिंह बोले- 2012 के बाद बिगड़े हालात, पढ़ें पूर्व सेनाध्यक्ष की 10 बातें
पुलवामा आतंकी हमले के बाद जहां चारों तरफ आतंकियों के पनाहगाह बने पाकिस्तान को कड़े सबक सिखाने की मांग की जा रही है, तो वहीं दूसरी तरफ इस घटना के पीछे कि वजह तलाशी जा रही है, जिसके चलते इतना बड़ा हादसा हुआ। उधर, केन्द्रीय राज्य मंत्री और पूर्व सेनाध्यक्ष वी.के. सिंह ने कहा कि 2005 से 2012 तक कश्मीर में हालात सामान्य थे, इसके बाद ऐसा क्या हुआ कि यहां पर तनाव बढ गया इसके कारणों को देखना होगा।
आइये जानते हैं पूर्व सेनाध्यक्ष की कही गई दस खास बातें-
1-केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने सोमवार को कहा कि पुलवामा हमले के बाद की स्थिति से निबटने के लिए सरकार पूरी तरह तैयार है और सबसे पहले उन कमियों को देखा जा रहा है जिस वजह से यह घटना घटी।
2-वी.के सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमले के बाद जो कार्रवाई की जानी है, वह उचित हो, प्रभावशाली हो, चुने हुए समय और स्थान पर हो यह सब देखते हुए सरकार अपनी रणनीति तैयार कर रही हैं।
3-उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बाद पूरे देश में आतंकियों के खिलाफ आवाज बुलंद होने लगी है। पूर्व सेनाध्यक्ष ने कहा कि ऐसा पुलवामा हमले जैसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए देश को एक होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी हमले में मारे गये सीआरपीएफ जवानों के परिवार वालों के साथ है।
4-सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार पाकिस्तान को अलग-थलग करने की पूरी कोशिश कर रही है। इसके लिए 40 देशों का समर्थन केंद्र सरकार को मिल गया है। उन्होंने कहा कि डिप्लोमेसी में कभी भी जल्दी परिणाम सामने नहीं आते है।
5- वी.के. ने कहा कि 2005 से 2012 तक कश्मीर में हालात सामान्य थे, इसके बाद ऐसा क्या हुआ कि यहां पर तनाव बढ गया इसके कारणों को देखना होगा।
6-सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस बात को भी दोहराया जिसमें उन्होंने कहा था कि जो हमें छेड़ेगा उसे हम छोड़ेंगे नहीं। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाही की जाएगी।
7- पुलवामा आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय रूप से अलग थलग पड़ गया है। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि 40 से अधिक देशों ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े बयान जारी किए हैं।
8- उन्होंने कहा कि यह हमारी विदेश और कूटनीतिक नीति की बड़ी सफलता है क्योंकि मुंबई में हुये 26/11 हमले के बाद भारत को समर्थन देने वाले देशों की संख्या की तुलना में अभी समर्थन करने वाले देशों की संख्या अधिक है।
9- सिंह ने कहा,” भारत सीआरपीएफ के काफिले पर हाल ही में हुए आतंकी हमले का जवाब देने के लिए समय और जगह का चयन करेगा क्योंकि इसे पूरी तरह योजनाबद्ध और सोचा समझा होना चाहिये।
10- वी.के. सिंह ने कहा कि सुरक्षा बल किस तरह की योजना बना रहे हैं वह उनके संज्ञान में तो नहीं है पर सफलता पाने के लिए ”कोई युद्ध, युद्ध जैसी या दंडात्मक कार्रवाई की योजना निश्चित ही होनी चाहिये। यह पूरी तरह ठंडे दिमाग से बने और साथ ही जल्दबाजी से बचना होगा।