इण्डिया ड्रोन फेस्टिवल का शुभारम्भ, युवा दिखाएंगे तकनीकी का जलवा
देहरादूनः तकनीकी में भारतीय मेधा को मंच देने के लिए उत्तराखंड सरकार ने ड्रोन फेस्टिवल का आयोजन किया। प्रदेश के सूचना प्रौद्योगिकी भवन आयोजित इस अनोखी पहल में 21 राज्यों से प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने युवाओं में तकनीकी कौशल बढ़ाने के लिए उत्तराखंड डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग एवं सप्लाई एसोसिएशन का भी गठन कर डाला।
पहाड़ सहित देश भर के उन युवाओं को प्रदेश सरकार ने प्रोत्साहित किया, जो तकनीकी दक्षता से मेक इन इंडिया की सोच को आगे बढ़ाना चाहते हैं। राज्य सरकार ने एक अनूठी पहल कर देहरादून में ‘ड्रोन फेस्टिवल’ का आयोजन किया। ऐसा करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य है। इस फेस्टिवल में देश भर से कई युवाओं ने अपनी तकनीकी दक्षता का प्रदर्शन कर भविष्य के भारत की तस्वीर बयां की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि ड्रोन का बहुआयामी उपयोग हो रहा है। सुरक्षा, सर्वे, आपदा, स्वास्थ्य, क्राउड कंट्रोल, रेलवे लाईन, नदियों की देख-रेख के लिए ड्रोन का इस्तेमाल हो रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि देहरादून में देश के पहले ड्रोन एप्लीकेशन प्रशिक्षण केन्द्र एवं अनुसंधान प्रयोगशाला की स्थापना की गई। इसके लिए उन्होंने एनटीआरओ के पूर्व अध्यक्ष आलोक जोशी के प्रयासों की भी सराहना की। देहरादून में उत्तराखण्ड डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग एवं सप्लाई एसोसिएशन का गठन भी हुआ है।
उन्होंने कहा कि 06 मार्च को परेड ग्राउण्ड में ‘‘युवा उत्तराखण्ड- रोजगार एवं उद्यमिता की ओर’’ कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम किया जा रहा है। इसमें प्रदेश के हजारों छात्र प्रतिभाग करेंगे।