नए नौसेना प्रमुख की नियुक्ति पर वाइस एडमिरल बिमल वर्मा ने वापस ली याचिका
नए नौसेना प्रमुख के तौर पर वाइस एडमिरल करमबीर सिंह के चयन को चुनौती देने वाली याचिका अब वापिस हो गई है. इसे वाइस एडमिरल बिमल वर्मा ने आर्म्ड फोर्स ट्रिब्यूनल में दाखिल किया था. याचिका वापिस करने का एक कारण ये भी है कि अभी तक इस समस्या को सरकार के सामने नहीं रखा गया है, लेकिन प्रक्रिया के तहत पहले ये शिकायत सरकार के सामने ही जानी थी.
दरअसल, मौजूदा नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा मई में रिटायर हो रहे हैं. मार्च के आखिरी हफ्ते में वाइस एडमिरल करमबीर सिंह को नया नौसेना प्रमुख नियुक्त करने का ऐलान किया गया था, जिसपर वाइस एडमिरल बिमल वर्मा ने आपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा था कि उनकी वरिष्ठता को दरकिनार कर करमबीर सिंह का चयन किया गया है.
इसी मुद्दे को लेकर वह आर्म्ड फोर्स ट्रिब्यूनल के सामने गए थे. उनकी तरफ से उनकी बेटी रिहा वर्मा और वकील अंकुर छिब्बर ने याचिका दायर की थी. लेकिन ट्रिब्यूनल ने याचिकाकर्ताओं से सवाल पूछा था कि अभी सरकार के सामने आपत्ति क्यों नहीं दर्ज कराई गई थी.
रिहा वर्मा ने आजतक से बात करते हुए कहा कि हमारी तरफ से सरकार के सामने इसलिए सवाल नहीं किया गया था, क्योंकि फिर ये मामला रक्षा मंत्री और फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा समिति के सामने रिव्यू होने के लिए जाता.
आर्म्ड फोर्स ट्रिब्यूनल इस पक्ष को लेकर नाराज दिखा. अपनी याचिका में याचिकाकर्ताओं ने ये बताया था कि उन्होंने नेवी एक्ट के तहत सभी प्रक्रिया पूरी कर ली हैं, लेकिन सरकार के सामने सवाल की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई थी.
आपको बता दें कि सरकार की तरफ से एडमिरल करमबीर सिंह को नया नौसेना प्रमुख नियुक्त किया गया है, वह नौसेना में तीन सबसे सीनियर अधिकारियों में दूसरे नंबर पर हैं. पहले नबंर पर याचिका दायर करने वाले एडमिरल बिमल वर्मा हैं, जो अभी अंडमान-निकोबार कमांड के चीफ हैं.