September 22, 2024

मोदी की जीत पर विदेशी मीडिया बोला- ये राष्ट्रवाद की वापसी

धानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बहुमत से भी अधिक सीट हासिल कर एक बार फिर सत्ता अपने नाम कर ली है। वहीं विपक्ष को जितनी सीटों की उम्मीद थी, उतनी भी नहीं मिल पाईं। ऐसे में ये जानना भी बेहद जरूरी है कि विदेशी मीडिया इस जीत को किस तरह से देखता है। 

पाकिस्तानी मीडिया-

भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मिली प्रचंड जीत पाकिस्तानी मीडिया में सुर्खियों में रही। डॉन न्यूज ने ‘इंडिया विन्स अगेन’ में लिखा,  आम चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत है। हालांकि अखबार ने लिखा, “कोई भी जीते वहां कई चुनौती हैं, जिनका भारत को सामना करना ही होगा। गिरती जीडीपी, कृषि समस्या, गरीबी, पानी और स्वास्थ्य संंबंधित परेशानी, शिक्षा से जुड़ी परेशानी, अनुसूचित जाति और जनजाति के बाद मुस्लिम सबसे गरीब।” इसमें आगे लिखा है कि केवल चुनाव के परिणामों से सब कुछ नहीं बदल जाएगा। 

वहीं एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने लिखा, ‘मोदी ने विपक्ष को प्रचंड जीत से फिर चौंकाया’। जियो टीवी ने हालांकि सधारण कवरेज करते हुए सिर्फ शुरुआती रुझानों को दिखाया।

इसके अलावा एक अन्य रिपोर्ट में पाकिस्तानी मीडिया में पीएम मोदी को लेकर लिखा है, “मोदी ने अपनी छवि को लोगों के लिए एक दयालु व्यक्ति जैसे भिक्षु के तौर पर पेश किया है। जिसने भारत का नाम दुनियाभर में ऊंचा किया है।”

अमेरिकी मीडिया-

समाचार वेबसाइट सीएनएन कहता है, “भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल की है। उन्होंने अपनी पार्टी की उम्मीदों से भी अधिक सीट हासिल की। अपनी पार्टी की जीत के बाद भाजपा मुख्यालय में नई दिल्ली में नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी जीत देश के आम लोगों के लिए उज्ज्वल भविष्य की गारंटी है।”

न्यूयॉर्क टाइम्स कहता है- “राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर भाजपा को जीत मिली। चुनाव से पहले कई विश्लेषक कह रहे थे कि भारत की जनता अर्थव्यवस्था से असंतुष्ट है। इसलिए भाजपा हारेगी। इस बीच भारत और पाकिस्तान के बीच आतंक को लेकर तनाव बढ़ गया। पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा को बड़ा मुद्दा बताया, जिससे हिंदू राष्ट्रवादी पार्टी भाजपा जीत गई।” अखबार ने लिखा है कि नए कार्यकाल के लिए भाजपा सरकार को प्रचंड बहुमत है और संभव है कि इस बार मोदी कुछ बड़े फैसले लेकर देश को विकास पर ले जाएं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

ब्रिटेन मीडिया-

बीबीसी कहता है, “पश्चिम बंगाल में भाजपा के ध्रुवीकरण के माहौल में वोटर बढ़ गए हैं। वामपंथी कार्यकर्ताओं ने भी यहां भाजपा को वोट दिया। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान के विधानसभा चुनावों में स्थानीय मुद्दे हावी रहे थे। राष्ट्रीय चुनावों में लेकिन लोगों ने कांग्रेस को एकतरफा नकार दिया। विपक्षी दल जनता को मोदी का विकल्प नहीं दे पाए।” बीबीसी ने आगे लिखा है कि जिस तरह यूपी में भाजपा ने सपा-बसपा के महागठबंधन का सामना किया उससे पार्टी मजबूत बनी और अपने दम पर बहुमत पार किया।

द गार्जियन 

भाजपा की यह जीत दक्षिणपंथी पार्टी की जीत कम और मोदी के काम की ज्यादा है। मोदी ने जिस तरह से पिछले पांच सालों में देश-विदेश में जनमत बनाया और जमीनी स्तर पर विकास के काम किए वह पार्टी को जीत दिलाने के लिए विकास के काम किए वह पार्टी को जीत दिलाने के लिए काफी थे। इसके अलावा मोदी ने राष्ट्रवाद को जिस शैली में जन-जन तक पहुंचाया वह भी उसने भी उन्हें लाभ दिलाया।

चीनी मीडिया-

चाइना डेली कहता है, “ये चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी पर जनमत संग्रह की तरह था। उनके सामने भारत के सबसे शक्तिशाली नेहरू-गांधी राजनीतिक घराने की चौथी पीढ़ी के राहुल गांधी की चुनौती थी। कई राज्यों में क्षेत्रीय दलों ने गठबंधन बनाकर मोदी को घेरने की कोशिश की। बावजूद इसके मोदी की हिंदू राष्ट्रवादी पार्टी जीती।”


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