ट्वीट वारः हरीश के ट्वीट से भाजपा असहज, धन सिंह हार के जिम्मेदार
देहरादूनः प्रदेश भाजपा इन दिनों निकाय चुनाव की हार से हैरान है। भारतीय जनता पार्टी के लिये श्रीनगर और बाजपुर निकाय किसी कड़वे घूंट से कम नहीं है। दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस इसे अपने लिए किसी संजीवनी से कम नहीं आंक रही है। कांग्रेस खुश है कि उसे जनता ने पूरी तरह खारिज नहीं किया बल्कि भविष्य के लिए कुछ संकेत दिये हैं। उधर कांग्रेस के खांटी नेता हरीश रावत ने अपने ट्वीट से भाजपा नेताओं की बोलती बंद कर दी है। रावत ने अपने ट्वीटर हैंडल से ऐसे ट्वीट किये कि भाजपा चारों खाने चित हो गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने ट्विटर हैंडल से भाजपा पर एक के बाद ट्वीट किये। जिससे प्रदेश का राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। पिछले कुछ समय से हरीश रावत के ट्वीट बीजेपी को बेचैन कर दे रहे हैं। श्रीनगर और बाजपुर चुनाव नतीजों के बाद हरीश रावत ने ट्वीट कर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री धन सिंह को निशाने पर लिया। यह कहना गलत नहीं होगा कि उनका निशाना सही लगा और ट्वीट बीजेपी और धन सिंह को बुरी तरह चुभ गया।
‘बेरोजगारों की बद्दुआ’
नगर पालिका चुनाव में भाजपा को मिली करारी हार को पूर्व सीएम हरीश रावत ने धन सिंह रावत की व्यक्तिगत हार करार दिया है। हरीश रावत ने अपने ट्विटर अकाउंट में लिखा कि जिला सहकारी बैंकों की भर्ती परीक्षा अन्य राज्यों में कराने से उत्तराखंड के बेरोजगारों को खून के आंसू पीने पड़े और धन सिंह को बेरोजगारों की यह बद्दुआ लगी।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी प्रवक्ता देवेंद्र भसीन ने कहा कि पार्टी हरीश रावत की बातों को गंभीरता से नहीं लेती। पार्टी के स्तर पर बाजपुर और श्रीनगर के चुनाव परिणामों की समीक्षा की जाएगी और हार के कारणों का पता लगाया जाएगा।
‘बागी ने हराया’
उच्च शिक्षा मंत्री और श्रीनगर के विधायक धन सिंह रावत ने हरीश रावत के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हरीश रावत अपने जीवन में 10 चुनाव हारे हैं और सिर्फ एक जीते हैं। पहले हरीश रावत अपने हार का इतिहास देखें। धन सिंह ने कहा कि बीजेपी की हार के लिए बागी उम्मीदवार जिम्मेदार था अगर बीजेपी का एक ही उम्मीदवार होता तो उसे कभी नहीं हराया जा सकता था।