सपा के साथ गठबंधन कर उपचुनाव लड़ने की तैयारी में रालोद
उत्तर प्रदेश की 12 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) भी ताल ठोंकने की तैयारी में है। पार्टी नेताओं को पूरी उम्मीद है कि सपा के साथ सीटों का तालमेल हो जाएगा।
लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा के साथ गठबंधन के बाद भी रालोद को अपेक्षित सफलता नहीं मिली थी। अपने कोटे में आई तीनों लोकसभा सीटों पर पार्टी प्रत्याशियों को हार का मुंह देखना पड़ा था। इसमें पार्टी अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह व उपाध्यक्ष जयंत चौधरी भी शामिल थे। यह उपचुनाव पार्टी के लिए इसलिए भी अहम है क्योंकि इस समय प्रदेश में पार्टी का एक भी विधायक नहीं है। वर्ष 2017 में चुनाव जीतने वाले उसके एकमात्र विधायक सहेन्द्र सिंह रमाला भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
लोकसभा चुनाव के बाद सपा-बसपा का गठबंधन टूटने के बाद रालोद स्वत: थोड़ा अलग-थलग पड़ गया। हालांकि रालोद नेताओं का कहना है कि उसका गठबंधन तो सपा के साथ था, जो अब भी बना हुआ है। उनके इस कथन में इसलिए भी दम है क्योंकि अभी तक सपा ने रालोद के साथ अपने गठंबधन के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है। ऐसे में माना जा रहा है कि उपचुनाव में सपा-रालोद के बीच सीटों को लेकर तालमेल हो सकता है। रालोद प्रवक्ता अनिल दुबे कहते हैं कि पार्टी सपा से बातचीत करके उप चुनाव में उतरेगी, क्योंकि दोनों दलों का गठबंधन बना हुआ है। बहुत जल्द दोनों दलों का शीर्ष नेतृत्व साथ बैठकर यह तय करेगा कि कौन सी सीट पर किस दल का प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा?