Chandrayaan 2 चांद की चौथी कक्षा में हुआ दाखिल, इतिहास रचने से 8 दिन दूर
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानि इसरो का चंद्रयान 2 मिशन लगातार कामयाबी के साथ आगे बढ़ रहा है। कामयाबी की एक और पायदान आगे बढ़ते हुए 30 अगस्त को शाम 6 बजकर 18 मिनट पर चंद्रयान 2 को चांद की चौथी कक्षा में प्रवेश कर गया। इसके बाद 1 सितंबर को शाम 6 से 7 बजे के बीच पांचवीं कक्षा में डाला जाएगा। तब यह चांद के चारों तरफ 114 किमी की एपोजी और 128 किमी की पेरीजी में चक्कर लगाएगा।
7 सितंबर को चंद्रयान-2 अपने पूर्वज चंद्रयान-1 से आगे निकल जाएगा। बता दें कि चंद्रयान-1 ऑर्बिट चांद के चारों तरफ 100 किमी की कक्षा में चक्कर लगाता था। इस बार चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर भी इसी कक्षा में चक्कर लगाएगा लेकिन विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेंगे। यहीं पर चंद्रयान-2 अपने पूर्वज से आगे निकल जाएगा।
इसरो वैज्ञानिकों ने 20 अगस्त यानि मंगलवार को चंद्रयान-2 को चांद की पहली कक्षा में सफलतापूर्वक पहुंचाया था। चांद की कक्षा में चंद्रयान-2 का प्रवेश कराना इसरो वैज्ञानिकों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था। लेकिन, हमारे वैज्ञानिकों ने इसे बेहद कुशलता और सटीकता के साथ पूरा किया। चंद्रयान-2 मिशन के मुताबिक लगातार कामयाब हो रहा है।