उत्तराखंड: सरकार ने कुपोषण से लड़ने के लिए नर्ई तरकीब निकाली,कुपोषण के खिलाफ जंग में सीएम रावत
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि कुपोषण का शिकार हुए शेष बच्चों के लिए लगातार पुष्टाहार भेजा जा रहा है. लेकिन सही जानकारी के अभाव में बच्चों को पुष्टाहार नहीं दिया जाता। जिसे लेकर अब स्वय त्रिवेन्द्र सिंह रावत जंग के मूड में है। सीएम रावत ने साफ कर दिया है कि बच्चों के स्वाथ्य के साथ खिलवाड बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इसके लिए उन्हों ने अधिकारियों से लेकर मंत्रियों को निर्देश जारी कर कह दिया है कि सामुहिक जिम्मेदारी से ही बच्चों का विकास हो पायेगा।
सीएम रावत ने मंगलवार से कुपोषण के खिलाफ जंग शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को इसे लेकर जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं की जांच कर उन्हें भी पौष्टिक आहार दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब एनीमिक गर्भवती महिलाओं को लेकर विस्तृत योजना बनाई जाएगी. महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की सचिव सौजन्या ने कहा कि प्रदेश में 1600 अतिकुपोषित बच्चे हैं. कुपोषण का शिकार हुए बच्चों का कुल आंकड़ा 17000 है।
सीएम रावत ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने कुपोषण से लड़ने के लिए नई तरकीब निकाली है. कुपोषण के खिलाफ जंग में अब मुख्यमंत्री से लेकर प्रशासनिक अधिकारी तक, सभी की सक्रिय भूमिका होगी. इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कुपोषण के खिलाफ तब तक जंग जारी रहेगी, जब तक इसका सफाया न हो सके।