Chandrayaan 2 Live: चांद पर हिंदुस्तान, दुनिया करेगी सलाम
चांद पर भारत के कदम का दुनिया को इंतजार है। देर रात चांत पर तिरंगा लहराएगा। नासा का घंमड चूर हो जाएगा। क्योंकि अंतरिक्ष में हिंदुस्तान बलवान है। जी हां चांद फतह करने की घड़ी आ गई है । शुक्रवार की देर रात भारत का चंद्रयान-2 चांद की सतह पर लैंड करेगा । चंद्रयान-2 का विक्रम लैंडर जब चांद पर लैंड करेगा। तो शुरुआती कुछ घंटे काफी महत्वपूर्ण रहने वाले हैं। लैंडिंग की प्रक्रिया देर रात 1 बजे के आसपास शुरू होगी। जो 7 सितंबर सुबह तक जारी रहेगी। और यही पल धड़कन बढ़ाने वाले होंगे।
चांद की चौखट पर हिंदुस्तान
6 सितंबर की रात लैंडर विक्रम 35 किमी की ऊंचाई से चांद पर उतरना शुरू करेगा
6-7 सितंबर की देर रात चंद्रयान-2 चांद पर कदम रखेगा
रात 1.40 बजे शुरु होगी लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिग की प्रक्रिया
रात 1.55 बजे मैंजिनेस-सी और सिंपेलियस-एन के बीच मौजूद मैदान में विक्रम की लैंडिग
रात 1.40 से 1.55 बजे का समय इसरो के लिए चुनौतिपूर्ण होंगे
लैंडर विक्रम 2 मीटर प्रति सेकेंड की गति से चांद की सतह पर उतरेगा
3.55 बजे की रात लैंडर विक्रम का रैंप खुलेगा और 6 पहियों वाला रोवर प्रज्ञान बाहर निकलेगा
सुबह 05.05 मिनट पर रोवर प्रज्ञान का पैनल खुलेगा, इसी पैनल के जरिए प्रज्ञान ऊर्जा हासिल करेगा
05.10 मिनट पर रोवर प्रज्ञान चांद की सतह पर चलना शुरू कर देगा
14 दिन में रोवर प्रज्ञान चांद पर 500 मीटर की दूरी तय करेगा
चांद के दक्षिणी ध्रुव पर कदम रखऩे के साथ ही इसरो नया इतिहास रचेगा। इस पल के गवाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद बनेंगे। 70 छात्रों के बीच बैठकर पीएम मोदी लैंडिंग की प्रक्रिया को देखेंगे। जिस अंतरिक्ष को अमेरिका अपनी जागिर समझता था। उस चांद के दक्षिणी ध्रुव पर नासा भी कदम रखने का नहीं कर सका हिम्मत। उस दक्षिणी ध्रुव पर हिंदुस्तान अपना कदम रखने से थोड़ी ही दूर है। भले ही चांद पर सॉफ्ट लैंडिग की कामयाबी भारत को दुनिया की कतार में चौथे स्थान पर खड़ा करे, लेकिन चांद के दक्षिणी ध्रुव पर आजतक कोई भी देश अपना यान नहीं भेज पाया है। और भारत ने ये कर दिखाया है।