सावधानः एड्स से भी खतरनाक बीमारी की दस्तक, हर वर्ष मौत की नींद सो रहे लाखों लोग
देहरादूनः दुनिया भर के वैज्ञानिकों के लिए जहां एड्स का इलाज ढूंढना चुनौती बना हुआ है वहीं अब ‘सिफिलिस’ नामक बीमारी ने वैज्ञानिकों में हड़कंप मचा दिया है। यह बीमारी एड्स से भी भयावह है। जो तेजी से पूरी दुनिया में फैल रही है। वैज्ञानिकों का दावा है कि यह बीमारी भी एड्स की भांति असुरक्षित यौन संबंध के जरिये फैल रही है।
एक अंतर्राष्ट्रीय साइंस पत्रिका में इस खतरनाक बीमारी के बारे में जानकारी दी गई है। वैज्ञानिकों के हवाले से बताया गया है कि यह बीमारी एड्स से तेजी से फैल रही है। इस बीमारी का नाम ‘सिफिलिस’ रखा गया है। वैज्ञानिकों का मानना है कि पिछले एक दशक में इस बीमारी का प्रकोप काफी ज्यादा बढ़ा है, खासतौर पर यूरोप में। सिफिलिस नाम की इस बीमारी से वर्ष 2016 में सबसे ज्यादा नवजात बच्चों की मौत हुई थी।
असुरक्षित यौन संबंध है वजह
लेख में यह दावा किया गया है कि समलैंगिक पुरुषों में असुरक्षित संबंधों की वजह से इस बीमारी का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। 2010 के बाद से असुरक्षित यौन संबंधों की वजह से इस रोग के मामलों में 70 फीसद तक की वृद्धि दर्ज की गई है। यौन संक्रमण संबंधी मामलों के विशेषज्ञों का कहना है कि यूरोप सहित दुनिया के अन्य देशों में सिफिलिस बीमारी के बढ़ने की कई वजहें हैं। साथी संग असुरक्षित यौन संबंध, कई लोगों के साथ यौन संबंध बनाना और एचआईवी संक्रमण का डर समाप्त होना शामिल है। मालूम हो कि सिफिलिस पर ये यूरोपीयन रिपोर्ट आने से करीब एक माह पहले ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बयान जारी कर बताया था कि दुनिया भर में प्रतिदिन तकरीबन एक लाख से ज्यााद लोग असुरक्षित यौन संबंधों की वजह से, संक्रमण संबंधी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
सिफिलिस की चपेट में ये देश
एक रिपोर्ट के मुताबिक सिफिलिस की समस्या पांच देशों में सबसे ज्यादा है। ये देश हैं ब्रिटेन, जर्मनी, आयरलैंड, आइसलैंड और माल्टा। इन देशों में सिफिलिस की समस्या वैश्विक औसत के मुकाबले दोगुनी से ज्यादा बढ़ी है। केवल एस्टोनिया और रोमानिया ही दो ऐसे देश हैं, जहां इस बीमारी में 50 फीसद से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है। इतना ही नहीं रिपोर्ट में बताया गया है कि वर्ष 2007 से 2017 के बीच सामने आए सिफिलिस के कुल मामलों में से दो तिहाई मामले समलैंगिक पुरुषों में, 23 फीसद मामले महिलाओं संग संबंध बनाने वाले पुरुषों में और 15 प्रतिशत मामले महिलाओं में सामने आए हैं। इन सबकी वजह असुरक्षित यौन संबंध है।