हाॅर्स ट्रेडिंग 2016ः पूर्व मुख्यमंत्री का दावा, प्रदेश में मानव बम से जूझ रही बीजेपी
देहरादून। विधायक खरीद-फरोख्त से जुड़े स्टिंग पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक बार फिर सवाल उठाया है। रावत का कहना है कि दलबदल मामले के असली किरदार अभी बाहर हैं और वे किसी मानव बम से कम नहीं। यदि सरकार ने जरा भी उन्हें छेड़ने की कोशिश की तो वो बम फट पड़ेंगे। इसके चलते सरकार का जीरो टॉलरेंस का मुखौटा धीरे धीरे उतरने लगा है। हरीश रावत ने प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डाॅ हरक सिंह की ओर इशारा करते हुए कहा कि सरकार डाॅ के मामले में चुप है। जबकि हरक और उनके साथी के खिलाफ भी सीबीआई एफआईआर दर्ज कर चुकि है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि कभी कभी टिप्पणी सटीक बैठ जाती है। सीबीआई के स्टिंग मामले में हाईकोर्ट में अर्जेंसी अप्लीकेशन फाइल करने पर मैंने त्रिवेंद्र सरकार में मानव बम का उल्लेख किया था। वो बम सामने आ चुका है। सीबीआई कुछ और मानव बमों से भी वाकिफ है। रावत ने खुद को निर्दोष बताते हुए लिखा कि दलबदल प्रकरण में वो तो इत्तफाकन ही उलझ गए हैं। इसके असली किरदार अब भी बाहर है। सरकार भी यह जानती है। सरकार को भी पता है कि इस मामले में अब गूंगा, बहरा होकर आंख मूंदे रहना होगा। रावत ने कहा कि भाजपा की चुप्पी तो समझ में आती है। लेकिन बाकी पक्ष भी संयुक्त परिवार की उस छोटी बहू का आचरण कर रहे हैं, जिसे हर हालत में जेठ के सम्मुख घूंघट निकाल कर चुप रहना है।
हरीश रावत ने कहा कि जब उनकी सरकार पर इस प्रकार के निराधार आरोप लगे थे तो उनसे त्यागपत्र मांगा गया था, लेकिन राज्य सरकार की हिम्मत नहीं है कि वह अपने कैबिनेट मंत्री को छेड पाये। जिससे साफ है कि आने वाले दिनों में प्रदेश की राजनीति में स्टिंग प्रकरण फिर तूल पकड सकता है।