ईरान के बयान पर भारत की फटकार, कहा- हमारे अंदरुनी मामले में दखल न दें
दिल्ली में पिछले दिनों हुई सांप्रदायिक हिंसा पर ईरान ने टिप्पणी करते हुए इसकी निंदा की। जिसपर भारतीय विदेश मंत्रालय ने ईरान के राजदूत अली चेगेनी को तलब किया और ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर कड़ा विरोध जाहिर किया। सूत्रों के अनुसार सरकार ने ईरान को दो टूक कहा है कि वह हमारे अंदरुनी मामलों में दखल न दे।
जवाद जरीफ ने की थी दिल्ली हिंसा की निंदा
ईरान ने आधिकारिक तौर पर दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर टिप्पणी की थी। उसके विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने भारतीय मुसलमानों पर हुई संगठित हिंसा की निंदा करते हुए अधिकारियों को इस बेफिजूल की घटनाओं को रोकें। जरीफ ने सोमवार को ट्विटर पर लिखा, ‘ईरान भारतीय मुसलमानों के खिलाफ हुई संगठित हिंसा की निंदा करता है। शताब्दियों से ईरान भारत का दोस्त रहा है। हम भारतीय अधिकारियों से अनुरोध करते हैं कि वे सभी भारतीयों की भलाई सुनिश्चित करें और इस तरह की बेफिजूल की घटनाओं को रोकें। आगे का पथ शांतिपूर्ण संवाद और कानून के शासन में निहित है।’ जरीफ को शब्दों के सावधानीपूर्वक चयन के लिए जाना जाता है।
दिल्ली हिंसा पर इंडोनेशिया ने जताई थी चिंता
शुक्रवार को इंडोनेशिया ने दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर जकार्ता में भारतीय राजदूत के सामने अपनी चिंताएं जाहिर की थी। इससे पहल इंडोनेशिया के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए मुस्लिमों के खिलाफ हुई हिंसा की निंदा की थी।
तुर्की ने भी दिल्ली हिंसा पर दी थी प्रतिक्रिया
पिछले हफ्ते दिल्ली हिंसा का जिक्र करते हुए तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोगन ने दावा किया था कि भारत में एक संप्रदाय के लोगों को निशाना बनाया जाता है। इससे पहले मलयोशिया के प्रधानमंत्री म्हातिर मोहम्मद ने सीएए के खिलाफ दिसंबर में बयान दिया था। जिसपर भारत ने कड़े शब्दों में विरोध जताया था।