कोरोनाः यूरोपवासियों पर अमेरिकी प्रतिबंध से मंदी की आशंका, दुनियाभर के बाजार लुढ़के, सेंसेक्स 2,700 अंक नीचे
कोरोना वायरस गुरुवार को एक बार फिर दुनियाभर के शेयर बाजारों पर भारी साबित हुआ। बुधवार को अमेरिकी बाजारों के करीब पांच फीसदी लुढ़कने के बाद गुरुवार को एशिया और यूरोप के सभी बाजार बड़ी गिरावट का सामना कर रहे हैं। भारत में बीएसई का सेंसेक्स तो सुबह 2,707 अंक यानी सात फीसदी गिरकर 32,990 तक पहुंच गया था। एनएसई के निफ्टी इंडेक्स में भी सात फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई। सेंसेक्स के सभी शेयरों में गिरावट आई। डॉलर के मुकाबले रुपया 61 पैसे की गिरावट के बाद 74.25 के स्तर पर खुला। पिछले कारोबारी दिन एक डॉलर 73.64 रुपये पर बंद हुआ था।
ब्रिटेन को छोड़ बाकी यूरोपवासियों पर ट्रंप ने लगाया प्रतिबंध
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना वायरस को महामारी घोषित करने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोप से अमेरिका आने वालों पर प्रतिबंध लगा दिया। राष्ट्र के नाम संबोधन में उन्होंने कहा कि यह प्रतिबंध 30 दिनों के लिए रहेगा। हालांकि ब्रिटेन को इससे अलग रखा गया है। इससे अर्थव्यवस्था के मंदी की चपेट में आने का खतरा बन गया है। इसी वजह से कच्चे तेल के दामों में भी फिर गिरावट आई है। दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1.24 लाख हो चुकी है और करीब 4,500 लोगों की जान जा चुकी है। चीन के बाद सबसे ज्यादा मौतें ईरान और इटली में हुई हैं।
पूरी दुनिया के शेयर बाजारों में गिरावट
अमेरिका का डाउ जोंस इंडेक्स हाल की ऊंचाई से 20 फीसदी गिर चुका है। गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया का सिडनी स्टॉक एक्सचेंज 7.4 फीसदी नीचे आ गया, जो 2008 के आर्थिक संकट के बाद सबसे बड़ा है। टोक्यो एक्सचेंज में 4.4 और हांगकांग के हैंगसेंग में 3.5 फीसदी की गिरावट रही। सियोल, सिंगापुर और जकार्ता के बाजार भी तीन फीसदी से अधिक टूट गए। मनीला के शेयर बाजार का इंडेक्स छह फीसदी, वेलिंगटन का पांच फीसदी और ताइपे का 4.3 फीसदी नीचे आ गया।