September 23, 2024

कोरोना का संकट बढ़ा, सिख कमेटी बोली- क्वारनटीन के लिए कर लें गुरुद्वारों का इस्तेमाल

देश की राजधानी दिल्ली समेत दस से अधिक राज्य इस वक्त लॉकडाउन की स्थिति में हैं. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण ये फैसला लिया गया है. लगातार कोरोना वायरस पॉजिटिव केस की संख्या बढ़ रही है, इस बीच समाज का हर तबका अपनी ओर से योगदान देने की कोशिश कर रहा है. दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी ने गुरुद्वारे को निगरानी केंद्र (क्वारनटीन) के रूप में इस्तेमाल किए जाने का प्रस्ताव दिया है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी की ओर से कहा गया है कि मजनू का टीला स्थित गुरुद्वारे में निगरानी केंद्र बना सकते हैं और यहां पर कोरोना प्रभावित लोगों को लाया जा सकता है.

बता दें कि लगातार बढ़ते मामलों की वजह से अब जरूरत है लोगों को भर्ती करने, उन्हें 14 दिनों तक निगरानी में रखना बढ़ी चुनौती हो सकता है. ऐसे में अगर इस तरह सरकार को मदद मिलती है तो लोगों का इलाज करने में आसानी होगी.

गौरतलब है कि समाज के कई तबके देश की इस विकट स्थिति में मदद करने को सामने आए हैं. कई एनजीओ, राज्य सरकारों और आम लोगों की तरफ से उन लोगों के लिए खाने की व्यवस्था की जा रही है जो दिहाड़ी मजदूरी करते हैं. और अब काम बंद होने की वजह से उनके लिए मुसीबत आ पड़ी है.

उद्योगपतियों ने बढ़ाया मदद का हाथ

सिर्फ एनजीओ ही नहीं बल्कि देश के कुछ जाने-माने उद्योगपति भी अब कोरोना वायरस के खिलाफ इस लड़ाई में एकजुट हो गए हैं. बड़े उद्योगपति आनंद महिंद्रा, वेदांता ग्रुप के अनिल अग्रवाल, पेटीएम के विजय शेखर ने कोरोना वायरस की लड़ाई में योगदान दिया है और अपनी ओर से इमरजेंसी फंड में मदद की है.

वेदांता ग्रुप के अनिल अग्रवाल ने ऐलान किया कि वह 100 करोड़ रुपये की मदद कोरोना वायरस से लड़ाई में करेंगे, ताकि सीधे लोगों को मदद पहुंचाई जा सके. वहीं पेटीएम के विजय शेखर ने 5 करोड़ रुपये की मदद की बात कही है.

महिंद्रा ग्रुप के आनंद महिंद्रा ने अपनी सैलरी को आपदा फंड में देने की बात कही है, साथ ही अपनी कंपनियों के कर्मचारियों से भी मदद करने की अपील की है.


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