कोरोना संकटः समाल्टा के ग्रामीणों ने पैसा इकट्ठा कर मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किये 11111 रुपये
देहरादून: वैश्विक संकट बन चुके कोरोना वाइरस से लड़ने के लिए न सिर्फ बड़े औद्योगिक घराने आगे आ रहें बल्कि ग्रामीण क्षेत्र के किसान भी सरकार से सहायता के लिए खुल कर आगे आ रहे हैं। उत्तराखण्ड के जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर में समाल्टा गांव के ग्रामीणों ने प्रत्येक परिवार से चंदा इकट्ठा कर 11111 रुपये की धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा की।
गांव स्याणा मातवर सिंह तोमर के नेतृत्व में गांव की माताओं, बहनों, बुजुर्गों ओर बच्चों से यह धनराशि इकट्ठा कर मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा की गई। इससे पूर्व गांव के प्रत्येक नागरिक से सहयोग राशि देने की अपील की गई। जिसमे सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए नियुक्त सदस्यों द्वारा घर घर जाकर 11111/- (ग्यारह हजार एक सौ ग्यारह रुपये) की सहयोग धनराशि एकत्रित की गई।
राष्ट्रीय आपदा कोरोना महामारी के खिलाफ गांव वालों की इस मुहिम का सदर स्याणा खत समाल्टा अर्जुन सिंह तोमर ने खूब सराहना की। इस दौरान उन्होंने जौनसार बावर के प्रत्येक खत स्याणा, गांव स्याणा, समस्त पंचायत जनप्रतिनिधियों एवं समस्त मंदिर समितियों के अध्यक्षों से अपील करते हुए कहा कि समाल्टा ग्रामवासियों की भांति जौनसार बावर के सवा लाख नागरिकों का योगदान इस संकट से बचने के लिये आप सभी के माध्यम से होना चाहिए।
इस अवसर पर आनंद सिंह तोमर ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा 31 मार्च, 2020 को लॉक डाउन में दी गई छूट को वापस लेना का निर्णय प्रदेश के नागरिकों के हित में है।
जयपाल सिंह तोमर प्रधान ग्राम पंचायत समाल्टा ने जौनसार बावर के सभी नागरिकों से विशेष अपील करते हुए कहा कि शहरों में रहने वाला कोई भी जौनसारी नागरिक इस समय जहां है वही रहे कोई भी सदस्य गांव न आएं।
इस अवसर पर नारायण सिंह तोमर, सरदार सिंह तोमर, अजब सिंह तोमर, रणवीर सिंह तोमर, श्रीचन्द तोमर, संसार सिंह तोमर, केशर सिंह तोमर, पूरन सिंह तोमर, वृजमोहन सिंह तोमर, महेंद्र सिंह तोमर, महावीर सिंह तोमर, जगत सिंह तोमर, सूरत सिंह तोमर, महिपाल सिंह तोमर, स्वराज वर्मा आदि उपस्थित रहे।