लॉकडाउन: कोरोना संकट में हमदर्द बनी यूपी पुलिस सेवा 112, संकटमोचन की भूमिका में कर रही मदद
लखनऊ। कोरोना संकट के बीच आॅकडाउन में अपने घर में फंसी गौतमबुद्धनगर की बुजुर्ग महिला ने उत्तरप्रदेश पुलिस सेवा 112 पर कॉल कर सूचना दी कि मैं अकेले रहती हूॅ पति का निधन हो चुका है और घर पर पैसे भी नही है। लॉकडॉउन के कारण बैंक जाने का कोई साधन नही मिल रहा है।
महिला के फोन के बाद यूपी पुलिस सेवा 112 बुजुर्ग अम्मा के घर पहुंची और अम्मा से बैंक चलने के लिए कहा। पहले तो अम्मा को विश्वास नहीं हुआ कि यह वही पुलिस है तो कभी दर्जनों फोन करने के बाद भी लोगों की समस्या का समाधान नहीं करती थी, लेकिन लाॅकडाउन के इस कठिन समय में पुलिस ने अम्मा को अपने साथ बैंक लेगी और बैंक से पैसे निकलवाकर सकुशल उन्हें उनके घर पहुंचाया। कोरोना संकट की इस घडी में यूपी पुलिस संकटमोचन की भूमिका में नजर आ रही है।
ये तो सिर्फ बानगी भर है। इनके फरिश्ता बनने की फेहरिस्त बहुत ही बड़ी है। कोरोना संकट के इस दौर में यूपी पुलिस किस तरह लोगों की हमदर्द बनी हुई है इसको शब्दों में बयां कर पाना थोड़ा मुश्किल है। इसमें कोई संदेह नहीं कि सबसे आगे बढ़कर यूपी पुलिस इस संकट के समय अपने योद्धा होने की मिसाल पेश कर रही है। भूखों को खाना खिलाने से लेकर जरूरतमदों को दवा दिलाने का फर्ज बखूबी निभा रही है। इतना ही नहीं मेडिकल इमरजेंसी की हालत में गर्भवती महलाओं, बच्चे और बुजुर्गों को हॉस्पिटल पहुंचाने में भी पीछे नहीं है। प्रदेश भर से हजारों ऐसी सूचनाएं मिली हैं जिसमें यूपी 112 की छवि मित्र पुलिस से भी आगे निकलकर लोगों के हमदर्द के रूप में उभरी है।
चुनौती स्वीकार कर कसी कमर
संकट के इस दौर में जहां एक ओर यूपी पुलिस सेवा 112 की गाडियां लोगों के मदद के लिए दौड़ रही है, वहीं दूसरी तरफ कॉल लेने की चुनौती को भी स्वीकार कर रही है। आनन फानन में कॉल रिसीव करने की छमता भी बधाई और सैकड़ों कर्मियों को ट्रेंनिग देकर इस काम पर भी लगाया। जहा सामान्य दिनों में इनके पास 15 से 17 हजार फोन कॉल आती थी वहीं लॉकडॉउन के बाद यह संख्या 25 से 30 हजार पर जा पहुंची। इसमें कोई संदेह नहीं कि फोन रिसीव करने में हो रही देरी के बावजूद मदद पहुंचाने में कोई कमी नहीं होने दी गई।
भूखों को खाना खिलाने में सबसे आगे
संकट के इस दौर में सबसे अहम काम भूखे लोगों को खाना खिलाने का है। जहां इस काम में सैकड़ों लोग और सामाजिक कार्यकर्ता अपने अपने तरीके से लोगों की मदद को आगे आए हैं, वहीं यूपी 112 इस काम में प्रदेश भर में मोर्चा संभाल रखा है। पुलिस कर्मी खुद भी आगे बढ़कर खाना भी बनवा कर लोगों में बांट रहे हैं। अपनी गाड़ियों से घूम कर आवाज देकर भी इस तरह की सहायता कर रहे हैं। अभी जब ये खबर लिखी जा रही है इस वक्त तक पूरे प्रदेश से लगभग आठ हजार फोन कॉल सिर्फ खाना पहुंचाने की आ रही है।