September 22, 2024

ममता ने पीएम मोदी को लिखकर केंद्रीय दल को बंगाल भेजने पर जताई आपत्ति

लॉकडाउन के दौरान कोरोना संक्रमण के प्रसार कम करने के लिए राज्यों की तरफ से उठाए गए कदमों का आकलन करने को केन्द्र की तरफ से पश्चिम बंगाल भेजे जा रहे केन्द्रीय दल के फैसले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी आपत्ति जताई है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि इस तरह का कदम एकपक्षीय और अनपेक्षित है। बनर्जी ने कहा कि दो अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दलों ने राज्य सरकार से संपर्क नहीं किया है जिनके पहुंचने पर उनके ठहरने और साजो-सामान संबंधी अन्य व्यवस्था राज्य सरकार को करनी थी।

ममता बनर्जी ने सोमवार को पूछा कि राज्यों में लॉकडाउन मानदंडों के क्रियान्वयन का आकलन करने के लिए किस आधार पर छह अंतर-मंत्रालयी केन्द्रीय दलों (आईएमसीटी) का गठन किया गया है।

ममता ने पीएम का लिखा पत्र

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को पत्र लिखते हुए कहा, ‘गृह मंत्री ने मुझसे फोन पर करीब एक बजे इस बारे में बात की कि अंतर मंत्रालयी केन्द्रीय टीमें मेरे राज्य का दौरा करेंगी। दुर्भाग्यवश, टीम कोलकाता में सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर ही पहुंच चुकी थी, मेरे बातचीत से बहुत पहले ही’।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बिना स्पष्टीकरण के वह इस पर आगे बढ़ने में असमर्थ हैं। ममता ने सोमवार को ट्वीट करते हुए कहा- “कोविड-19 संकट के दौरान हम सभी सकारात्मक समर्थन और सुझाव खासकर केन्द्र का स्वागत करते हैं। हालांकि, किस आधार पर केन्द्र ने अंतर-मंत्रालयी केन्द्रीय दलों (आईएमसीटी) भारत के कुछ निश्चित जिलों में भेजने का फैसला किया है वह अस्पष्ट है।”

उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह दोनों से यह अपील करती हूं कि वे इसके लिए इस्तेमाल किए गए मानदंडों को साझा करें। तब तक, मैं सशंकित हूं, और ऐसे बिना किसी पुख्ता कारण के हम इस पर आगे नहीं बढ़ सकते।”

बंगाल में लॉकडाउन के उल्लंघन से केंद्र चिंतित

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन के दौरान जिस तरह नियमित तौर पर लॉकडाउन का उल्लंघन हुआ उससे केन्द्र चिंतित है, जैसे राज्य में हर दिन कुछ निश्चित समय के लिए मिठाई की दुकानों को खोलने की छूट देना, बिना किसी ऐहतियाती कदम के सब्जी, मछली और मुर्गा मंडियों में लोगों की काफी भीड़ देखी। ये बाजार सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुले हुए हैं।

तीन दिनों में सात जिलों का दौरा करेंगी टीमें

केन्द्र सरकार ने कहा कि छह सेंट्रल इंटर मिनिस्टीरियल टीमें बनाई गई हैं जिन्हें यह अधिकार दिया गया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि लॉकडाउन गाइलाइंस जैसे- सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन हो भी रहा है या नहीं। इनमें से एक टीम अगले तीन दिनों में बंगाल में खासकर सात उन जिलों का दौरा करेंगी जहां पर राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के उल्लंघन की खबरें हैं, जैसे- कोलकाता, हावड़ा, मिदनापुर ईस्ट, 24 परगना नॉर्थ, कलिमपोंग, दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी। यह टीम विशेष विमान से जाएंगी।

केंद्र ने किया छह आईएमसीटी का गठन

केन्द्र ने मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में कोविड-19 की स्थिति का आकलन करने के लिए छह आईएमसीटी का गठन किया है। मंत्रालय ने कहा था कि केन्द्र सरकार ने इन स्थानों में कोविड-19 संबंधी हालात का वहां जाकर आकलन करने और चारों राज्यों- मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान एवं पश्चिम बंगाल के लिए आवश्यक निर्देश जारी करने के लिए छह अंतर-मंत्रालयी केन्द्रीय दलों (आईएमसीटी) का गठन किया है।

गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘आईएमसीटी बंद के नियमों के अनुसार दिशा-निर्देशों के पालन एवं क्रियान्वयन, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, सामाजिक दूरी, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे की तैयारी, स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा और श्रमिकों एवं गरीबों के लिए स्थापित राहत शिविरों में हालात पर गौर करेंगी।”

तीन मई तक बढ़ा लॉकडाउन

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए 24 मार्च को बंद की घोषणा की थी जिसके बाद में तीन मई तक के लिए बढ़ा दिया गया।

पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के 339 मामले

पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस से संक्रमण के अब तक 339 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें 261 सक्रिय मामलों की संख्या है जबकि 66 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं, राज्य में इस वायरस से अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। 


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