September 22, 2024

चीन ने लद्दाख में बढ़ाई सेना, भारत ने शुरू की ये तैयारी

लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है। लद्दाख में चीन की तरफ से भारी संख्या में सैनिकों की तैनाती के बाद भारत ने भी करारा जवाब दिया है। भारतीय सेना ने लद्दाख में चीन सीमा पर अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है। पिछले कुछ दिनों से LAC (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर चीन और भारत में तनाव बना हुआ है।

सूत्रों ने बताया है कि चीनी सैनिकों की घुसपैठ रोकने के लिए भारत ने लद्दाख के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी गश्त और निगरानी कड़ी कर दी है। चीन की तरफ से दौलत बेग ओल्डी और 114 ब्रिगेड के तहत पास के इलाकों में 5,000 सैनिकों की तैनाती की गई है। चीनी सैनिकों को किसी भी तरह से आगे बढ़ने से रो​कने के लिए भारतीय सेना ने वायु सेना की मदद से सैनिकों को आगे के इलाकों में तैनात किया है। चीन का जवाब देने के लिए दूसरी तरफ भारतीय सेना ने दौलत बेग ओल्डी और आसपास के क्षेत्रों में 81 और 114 ब्रिगेड को वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात किया है ताकि चीनी दावे का मुकाबला किया जा सके।

भारत ने भी बढ़ाई सेना

चीन के सैनिकों के बराबर तैनाती और बराबरी का मुकाबला सुनिश्चित करने के लिए भारत ने सड़क मार्ग और हेलिकॉप्टरों की मदद से अ​ग्रिम इलाके में और सैनिक भेजे हैं। भारत ने लद्दाख में गश्त और निगरानी बढ़ा दी है। साथ ही हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में उन सीमावर्ती क्षेत्रों में भी निगरानी बढ़ाई गई है, जहां पिछले कुछ वर्षों में चीन ने अपनी उपस्थिति और अतिक्रमण बढ़ाया है। सिक्किम सेक्टर में भी तैनाती बढ़ा दी गई है और चीनी सेना द्वारा किसी भी संभावित घुसपैठ को रोकने के लिए सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

चीनी सेना लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ पैंगोंग त्सो झील और गैलवान घाटी के आसपास के क्षेत्रों में अपने सैनिकों को तेजी से बढ़ा रही है, जिससे स्पष्ट होता है कि वह भारत से टकराव को समाप्त करने को तैयार नहीं था। चीन ने विशेष रूप से गाल्वन घाटी में अपनी उपस्थिति को बढ़ा दिया है, पिछले दो हफ्तों में लगभग 100 टेंटों का निर्माण किया है और बंकरों के निर्माण के लिए भारी उपकरण लाए हैं। भारतीय पक्ष ने पिछले हफ्ते दोनों सेनाओं के स्थानीय कमांडरों के बीच हुई बैठक में चीन द्वारा तंबू लगाने और भारी उपकरण लाने पर कड़ी आपत्ति जताई है।

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पिछले एक हफ्ते में पूर्वी लद्दाख में कई इलाकों में चीनी सैनिकों द्वारा कई इलाकों में हमले किए जाने की खबरें हैं और दोनों पक्षों के सैनिक हाथापाई भी हुई है। यही नहीं चीनी सेना ने इस सप्ताह पैंगोंग त्सो झील क्षेत्र में गश्त कर रहे भारतीय सैनिकों को भी रोकने का प्रयास किया। इस बीच भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने लद्दाख में 14 कोर के मुख्यालय लेह का दौरा किया और चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर बलों की सुरक्षा तैनाती की समीक्षा की।


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