September 22, 2024

चीन और अमेरिका के रिसर्चरों का चौंकाने वाला दावा,मच्छर से मरेगा कोरोना! जानिए पूरी रिपोर्ट

कोरोना वायरस को हराने के लिए कोशिशें लगातार जारी है। कहीं इसके लिए वैक्सीन तैयार की जा रही है तो कहीं इसे खत्म करने के लिए बाकी कई प्रयासों पर रिसर्च चल रहा है। इसी बीच चीन और अमेरिका के रिसर्चरों ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। उनका कहना है कि ऐसी कोशिशें भी चल रही है कि मच्छर के कारण कोरोना वायरस का खात्मा होगा।

कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया परेशान है। दुनिया के किसी भी देश के पास इस वायरस के खिलाफ ना तो कोई दवाई है और ना ही कोई वैक्सीन, लेकिन इसे खत्म करने के लिए हर दिन किसी न किसी तरह की रिसर्च की जाती है। जिससे उम्मीद की एक रोशनी दिखती है कि शायद कोरोना को अब हराया जा सकता है। ताजा रिसर्च में कहा जा रहा है कि अब मच्छर से कोरोना वायरस को हराया जा सकता है।

दुनिया भर में जहां-जहां कोरोना वायरस के मरीज हैं, वहां पहले से उपलब्ध दवाओं के जरिए ही कोरोना के लक्षणों का इलाज किया जा रहा है। क्योंकि किसी के भी पास इसे लेकर कोई दवा या वैक्सीन नहीं है। लेकिन अब दावा है कि दुनिया के दो बड़े देशों के रिसर्चरों ने ऐसे बैक्टीरिया की खोज की है, जिससे खास तरह के प्रोटीन बनते हैं, जो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में काफी मददगार साबित हो सकता है।

मच्छर से मरेगा कोरोना !

  • मच्छर के बैक्टीरिया से कोरोना खत्म करने का दावा
  • चीन और अमेरिका के वैज्ञानिकों ने मिलकर की रिसर्च
  • दो ऐसे बैक्टीरिया की खोज का दावा, जिससे बनेंगे खास प्रोटीन
  • खास प्रोटीन में डेंगू, HIV वायरस को निष्क्रिय करने की क्षमता
  • एंटीवायरल ड्रग बनाने में भी होगा इसका प्रयोग

चीन और अमेरिका के रिसर्चरों ने जो दावे किए हैं, उसके मुताबिक कई ऐसी बातें हैं जो चौंकाने के लिए काफी हैं। bioRxiv जर्नल में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक, ये बैक्टीरिया एडीज एजिप्टी प्रजाति के मच्छर के अंदर मिले हैं। बैक्टीरिया के जीनोम सिक्वेंस का विश्लेषण करने के बाद उसमें से निकलने वाले प्रोटीन को पहचाना गया। रिसर्च में दावा है कि यह प्रोटीन कई तरह के वायरस को निष्क्रिय करने में सक्षम है।

जिस रिसर्च को लेकर ये दावा किया जा रहा है, उसमें चीन और अमेरिका के बड़े-बड़े रिसर्चर शामिल हैं। जिसमें कई यूनिवर्सिटी के नाम हैं।

रिसर्च में कौन-कौन शामिल ?

  • रिसर्च में बीजिंग की शिंघुआ यूनिवर्सिटी
  • बीजिंग की एकेडमी ऑफ मिलिट्री मेडिकल साइंस
  • बीजिंग की शेंजेन डिसीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल सेंटर
  • अमेरिका की कनेक्टिकट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक

ये वो नाम हैं, जिनके रिसर्च में कहा जा रहा है कि कोरोना को हराने में मच्छर की भूमिका काफी अहम साबित होगी। हालांकि इससे पहले कोरोना वायरस और मच्छर को लेकर ये भी दावा किया जा रहा था कि मच्छर के काटने से लोगों में कोरोना वायरस तेजी से फैलता है। लेकिन अब जो बातें कही जा रही है, वो इससे बिल्कुल उलट है और कोरोना वायरस को हराने के लिए मच्छर के बैक्टीरिया की मदद ली जा रही है।

रिसर्च में शामिल लोगों का दावा है कि जिस बैक्टीरिया को खोजा गया है, उसका प्रोटीन, लाइपेज एंजाइम से लैस है।

लाइपेज एंजाइम क्या है ?

  • लाइपेज, प्रोटीन वायरस को निष्क्रिय करने में कारगर होता है
  • साल 2010 में भी इसे लेकर एक रिसर्च हुआ था
  • लिपोप्रोटीन लाइपेज नाम का रसायन हेपेटाइटिस-सी वायरस को निष्क्रिय करता है

फिलहाल दुनिया में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत से लेकर अमेरिका तक लगातार कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। ऐसे में हर किसी को कोरोना को हराने वाली दवाई या वैक्सीन की जरूरत है। ऐसे में मच्छर के बैक्टीरिया से कोरोना को हराने का दावा कितना सही साबित होगा, इसे लिए आने वाले कुछ महीनों का इंतज़ार करना होगा।


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