Lockdown-5: उत्तराखंड में 1.81 लाख प्रवासी कर चुके घर वापसी, सामुदायिक संक्रमण का कोई खतरा नहींः सीएस
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण का खतरा सामुदायिक खतरा नहीं है। सीएस ने साफ किया है कि सरकार पूर्ण रूप से प्रवासी उत्तराखंडियों की मदद के लिए खडी है। सीएस ने कहा कि जितने भी पॉजिटिव केस आए हैं, उनकी ट्रैवल हिस्ट्री और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग जारी है। ज्यादातर मामले बाहर से लौटे प्रवासियों के संक्रमित होने के आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग संक्रमण से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
मीडिया से बातचीत में मुख्य सचिव ने जनता से अपील की है कि आने वाले दिनों में और अधिक अनुशासन बनाए रखने की जरूरत है। कहा कि धीरे-धीरे बाजार के खुलने में ढील दे रहे हैं, लेकिन लोगों को दुकानों में भीड़ एकत्रित नहीं होने देनी है।
1.81 लाख प्रवासी आ चुके हैं प्रदेश में
मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में लौटने के लिए 2.62 लाख उत्तराखंड के प्रवासियों ने पंजीकरण करवाया था, जिसमें से 1.81 लाख लोग आ चुके हैं। सर्वाधिक दिल्ली से 66 हजार, यूपी से 28 हजार, हरियाणा से 25 हजार, महाराष्ट्र से 13 हजार, पंजाब और चंडीगढ़ से 10 हजार, राजस्थान से नौ हजार से अधिक, गुजरात से आठ हजार और कर्नाटक से छह हजार सहित अन्य राज्यों से 4500 के करीब प्रवासी आए हैं। उन्होंने कहा कि अब शेष पंजीकृत लोगों में से अधिकांश आना नहीं चाह रहे।