September 22, 2024

जासूसी करते रंगे हाथ पकड़े गए पाकिस्तान उच्चायोग के दो अधिकारी

पाकिस्तान उच्चायोग से जुड़े 2 लोगों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल ने हिरासत में लिया है। दोनों पर जासूसी करने का गंभीर आरोप लगा है। आबिद हुसैन और ताहिर खान पाकिस्तान एंबेसी में वीजा सहायक हैं। पुलिस ने इन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करने के बाद 24 घंटे के अंदर देश छोड़ने का आदेश दे दिया है। शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि दोनों आरोपी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में थे। भारत की सुरक्षा तैयारियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी जुटा रहे थे।

देश मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि भारत सरकार ने इस संबंध में पाकिस्तान उच्चायोग को डिमार्श (आपत्ति पत्र) जारी किया है। पाकिस्तान उच्चायोग से भी कहा गया है कि वह सुनिश्चित कर ले कि उसके राजनयिक मिशन का कोई सदस्य भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त न रहे या कोई ऐसा बर्ताव न करे जो उनके राजनयिक पद के अनुकूल न हो।

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खुफिया विभाग को सूचना मिली थी कि पाकिस्तान उच्चायोग के आबिद हुसैन और मोहम्मद ताहिर किसी व्यक्ति से गोपनीय दस्तावेज लेने करोगबाग पहुंच रहे हैं। इसके बाद एसीपी ललित मोहन नेगी और हृदयभूषण नेगी के नेतृत्व में गठित टीम ने दोनों अधिकारियों और ड्राइवर जावेद को उस समय रंगेहाथ पकड़ लिया, जब वे भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठान से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज के एवज में किसी को भारतीय मुद्रा दे रहे थे।

भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग प्रमुख को तलब कर यह चेतावनी भी दे है कि उनके राजनयिक मिशन का कोई भी कर्मचारी भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त न हो और अपनी राजनयिक हैसियत का गलत इस्तेमाल न करे। हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब भारत में जासूसी नेटवर्क चलाने की साजिशों के नई दिल्ली स्थित पाक उच्चायोग से जुड़े तार उजागर हुए हैं। इससे पहले 2016 में भी पाक उच्चायोग के एक राजनयिक को रंगे हाथों पकड़ा गया था। उसे भी परसोना-नॉन-ग्रेटा करार देते हुए भारत से निकाला गया था।


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