September 23, 2024

सुप्रीम कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई के दौरान टीशर्ट पहनकर पेश हुए वकील, मांगनी पड़ी माफी

लॉक डाउन के दौरान हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में आजकल सुनवाई  वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हो रही है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुनवाई के दौरान अक्सर कुछ न कुछ रोचक बातें सुनने को मिल जाती हैं। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में एक ऐसा ही रोचक वाकया हुआ। जस्टिस एस रविन्द्र भट्ट की बेंच के सामने एक पारिवारिक विवाद के हरियाणा के रेवाड़ी की फैमिली कोर्ट से बिहार के जहानाबाद की फैमिली कोर्ट में ट्रांसफर के मामले की सुनवाई होनी थी।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई के दौरान मामले से जुड़े हुए एक वकील साहब घर पर बेड पर लेटे हुए थे, टीशर्ट पहनकर वर्चुअल कोर्ट में दलील पेश करने कैमरे के सामने हाजिर हो गए। कोर्ट ने वकील के इस रवैया पर नाराजगी जताई। कोर्ट की नाराजगी से घबराये वकील ने तत्काल बिना शर्त माफी मांग ली। कोर्ट ने माफ कर दिया। कोर्ट ने पाने आदेश में लिखा कि वकीलों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुनवाई के दौरान प्रेजेंटेबल होना चाहिए। और यह भी कोशिश करनी चाहिए कि सुनवाई के दौरान वकील के आसपास के ऐसी तस्वीर नहीं दिखानी चाहिए जो दिखाने योग्य नहीं हों। कोर्ट के सामने पेश होने का एक शिष्टाचार होना चाहिए।

ऐसा ही रोचक मामला राजस्थान हाईकोर्ट का सामने आया था। एक वकील वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई के दौरान बनियान पहनकर पेश हो गए थे। कोर्ट ने नाराज होकर सुनवाई टाल दी थी। 24 अप्रैल को राजस्थान हाईकोर्ट में एक दिलचस्प घटना घटी। जस्टिस संजीव प्रकाश शर्मा के सामने एक मामला सुनवाई के लिए लगा था। जब एडवोकेट वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अपनी दलील पेश करने कैमरे के सामने आया तो जज यह देखकर हैरान रह गए कि एडवोकेट ने कोर्ट और गाउन तो दूर, उसने शर्ट भी नहीं पहनी थी। केवल बनियान पहने एडवोकेट अपने मामले पर बहस के लिए कैमरे के सामने खड़ा था।

जस्टिस संजीव प्रकाश शर्मा ने एडवोकेट के इस रवैये पर नाराजगी जताते हुए मामले की सुनवाई टाल दी थी। अपने आदेश में जज ने लिखा है कि ‘यह कोर्ट पहले ही कह चुका है कि कोरोना महामारी के चलते   वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये होने वाली सुनवाई के दौरान एडवोकेट पूरी तरह एडवोकेट्स के लिए निर्धारित लिबास में ही पेश होंगे। एडवोकेट्स एक्ट में भी यही व्यवस्था है कि सुनवाई के दौरान एडवोकेट अपनी यूनिफॉर्म यानी काली कोर्ट और गाउन में ही कोर्ट के सामने पेश होंगे। बावजूद इसके याचिकाकर्ता के वकील बनियान में पेश हुए।’


WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com