September 22, 2024

भूमि पूजन के बाद पीएम मोदी बोले- अस्तित्व मिटाने की हर कोशिश हुई लेकिन हमारे मन में बसे हैं राम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी। भूमि पूजन की सभी प्रक्रिया करने के बाद प्रधानमंत्री ने शुभ मुहूर्त के वक्त शिला रखी। इससे पहले पीएम मोदी ने अयोध्या पहुंचकर सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा की। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई मेहमान भूमि पूजन में मौजूद रहे। इसके बाद पीएम ने राम जन्मभूमि पहुंचकर रामलला के दर्शन और पूजा की। राम मंदिर भूमि पूजन समारोह में शामिल होने के लिए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, आरएसएस चीफ मोहन भागवत, योग गुरु बाबा रामदेव और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती समेत देश के विभिन्न हिस्सों से संत धर्माचार्य और अन्य अतिथि कार्यक्रम स्थल पहुंचे।  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां राम मंदिर के शिलापट जारी किया, इसके अलावा डाकटिकट जारी किया। पीएम मोदी को यहां भगवान राम की मूर्ति भेंट की गई। अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमिपूज में लगाई गईं 9 शिलाओं के पूजन में बीच में जो शिला है वह कूर्म शिला है। इस शिला के ठीक ऊपर राम लला विराजमान होंगे। 

अयोध्या में राम मंदिर के लिए आधारशिला रखने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मुझे आमंत्रित किया और मुझे इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने का अवसर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरा देश रोमांचित है, हर मन दीपमय है। आज पूरा भारत भावुक है। सदियों का इंतजार आज समाप्त हो रहा है।

उन्होंने कहा, ‘मैं इसके लिए हृदय पूर्वक श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का आभार व्यक्त करता हूं। पीएम ने कहा, भारत आज भगवान भास्कर के सानिध्य में सरयू के किनारे एक स्वर्णिम अध्याय रच रहा है।’ पीएम मोदी ने कहा, ‘आज श्रीराम का यह जयघोष सिर्फ सिया-राम की धरती में ही नहीं सुनाई दे रहा, इसकी गूंज पूरे विश्व में है। सभी देशवासियों को, विश्व में फैले करोड़ों राम भक्तों को आज के इस सुअवसर पर कोटि-कोटि बधाई।’ पीएम मोदी ने कहा कि हमारे स्वतंत्रता आंदोलन के समय कई-कई पीढ़ियों ने अपना सब कुछ समर्पित कर दिया था। गुलामी के कालखंड में कोई ऐसा समय नहीं था जब आजादी के लिए आंदोलन न चला हो, देश का कोई भूभाग ऐसा नहीं था जहां आजादी के लिए बलिदान न दिया गया हो। उन्होंने कहा, ‘बरसों से टाट और टेंट के नीचे रह रहे हमारे रामलला के लिए अब एक भव्य मंदिर का निर्माण होगा। टूटना और फिर उठ खड़ा होना, सदियों से चल रहे इस व्यतिक्रम से रामजन्मभूमि आज मुक्त हो गई है। पूरा देश रोमांचित है, हर मन दीपमय है। सदियों का इंतजार आज समाप्त हो रहा है।’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘राम मंदिर के लिए चले आंदोलन में अर्पण भी था, तर्पण भी था, संघर्ष भी था, संकल्प भी था। जिनके त्याग, बलिदान और संघर्ष से आज ये स्वप्न साकार हो रहा है,  जिनकी तपस्या राममंदिर में नींव की तरह जुड़ी हुई है, मैं उन सबको आज 130 करोड़ देशवासियों की तरफ से नमन करता हूं। भगवान राम की अद्भुत शक्ति देखिए। इमारतें नष्ट कर दी गईं, अस्तित्व मिटाने का प्रयास भी बहुत हुआ, लेकिन राम आज भी हमारे मन में बसे हैं, हमारी संस्कृति का आधार हैं। श्रीराम भारत की मर्यादा हैं, श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं।’

इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में बुधवार को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया और मंदिर की आधारशिला रखी। भूमि पूजन समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद थे। पुजारियों ने मंत्रोच्चारण के साथ भूमि पूजन की शुरुआत की और फिर मोदी द्वारा मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखे जाने के साथ ही भूमि पूजन संपन्न हो गया। कार्यक्रम के दौरान नौ शिलाओं की पूजा की गई और मोदी ने मंदिर की नींव की मिट्टी से अपने माथे पर तिलक लगाया।


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