स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने सदन में बताया, कबतक आएगी कोरोना वैक्सीन
पिछले एक महीने से भारत में कोरोना की रफ्तार में काफी तेजी देखने को मिली हैं। देश में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन के बयान ने लोगों को थोड़ी राहत जरूर दी है। उन्होंने कहा है कि कोरोना की वैक्सीन अगले साल 2021 के पहले क्वाटर तक तैयार हो जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन कहा कि भारत में वैक्सीन के लॉन्च के लिए अभी तक कोई तारीख तय नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार वैक्सीन के मानव परीक्षण करने में सावधानी बरत रही है। इस बीच, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा है कि टीका पहले उन लोगों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा, जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि महामारी पर अंकुश लगाने के लिए लॉकडाउन से पहले सरकार ने सूची बनाई, जिसके आधार पर काम किया गया। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रोक दिया गया था और यात्रियों को पूरी तरह से जांच की गई थी।
COVID-19 के प्रबंधन के हमारे प्रयास से भारत महामारी का प्रबंधन करने में सक्षम हुआ है। चार महीने के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन ने देश को COVID-19 की आक्रामक प्रगति को सफलतापूर्वक रोकने में मदद की। उन्होंने कहा कि चार महीने के लॉकडाउन से देश को स्वास्थ्य सुविधाओं के बुनियादी ढांचे में सुधार हुआ है। कोरोना बेड की संख्या में 36.3 गुना वृद्धि हुई है और ब्रेकआउट के बाद से आईसीयू बेड में 24.6 गुना वृद्धि हुई है।
भारत में कोविद संक्रमण की दर कम
महामारी की वर्तमान स्थिति और सरकार के प्रयासों पर बोलते हुए स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, “मुख्य रूप से महाराष्ट्र, ओडिशा, असम, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और नई दिल्ली में से अधिकांश मामलों और मौतों की संख्या कम हो गए हैं।” कोरोना मामलों और मौतों को सीमित करने में हमें सफलता मिली हैं। समान स्थितियों वाले देश की तुलना में भारत में मृत्यु दर दुनिया में सबसे कम है।”
देश में आज कोरोना के मामले
स्वास्थ्य विभाग की ओर से आज सुबह जारी ताजा अपडेट के मुताबिक, देश में कुल कंफर्म केस की संख्या 48,46,428 है, जिसमें 79,722 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में फिलहाल 9,86,598 एक्टिव केस हैं। वहीं, ठीक होने वालों का आंकड़ा बढ़कर 37,80,108 हो गया है। पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में 92,071 की बढ़ोतरी हुई है। जबकि 1,136 लोगों की मौतें हुई।