September 22, 2024

कैट का दावा, किसान आंदोलन की वजह से अब तक 14 हजार करोड़ रुपये का हो चुका है नुकसान

कृषि कानूनों की वजह से तकरीबन चार सप्ताह से किसानों का आंदोलन जारी है। किसान आंदोलन का आज 27वां दिन है।   कृषि कानूनों के खिलाफ बड़ी तादाद में किसान 26 नवंबर से दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर डटे हैं।  किसान सिंधु, टिकरी, पलवल, गाजीपुर सहित कई नाकों पर डटे हैं। 

दूसरे राज्यों से दिल्ली में आवाजाही लगभग ठप है। इस बीच व्यापारियों के संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्ज (कैट) ने दावा किया है कि इस आंदोलन से अबतक 14 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है।  कैट ने कहा है कि इस आंदोलन से दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश के क्षेत्रों में अब तक लगभग 14 हजार करोड़ रुपए के व्यापार का बड़ा नुकसान हुआ है। 

कृषि कानूनों की वजह से जारी गतिरोध के बीच कैट ने किसान नेताओं एवं केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि इस मसले को बातचीत के जरिए जल्द से जल्द सुलझाया जाए। वहीं सर्वोच्च न्यायलाय से भी अनुरोध किया है कि व्यापारियों एवं अन्य लोगों की परेशानियों को देखते हुए सर्वोच्च न्यायालय की वैकेशन बेंच इस मामले की तुरंत सुनवाई की तारीख निश्चित करे।

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल का कहना है कि किसान आंदोलन की वजह से तकरीबन 20 फीसदी ट्रक देश के अन्य राज्यों से सामान दिल्ली नहीं ला पा रहे हैं। जिसके कारण दिल्ली से अन्य राज्यों को भेजे जाने वाले सामान पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। कैट के मुताबिक दिल्ली में प्रतिदिन लगभग 50 हजार ट्रक देश भर के विभिन्न राज्यों से सामान लेकर दिल्ली आते हैं और लगभग 30 हजार ट्रक प्रति दिन दिल्ली से बाहर अन्य राज्यों के लिए सामान लेकर जाते हैं। फिलहाल दिल्ली में आवश्यक वस्तुओं सहित अन्य वस्तुओं की कोई किल्लत नहीं है।


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