September 22, 2024

राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव बोले- हिन्दू ही नहीं, मुस्लिम समेत सभी धर्मों के लोगों से लेंगे दान

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट क्षेत्र के महासचिव चंपत राय का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि जनवरी 2021 में मंदिर निर्माण का काम शुरू हो हुआ तो 3 साल या उससे पहले भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू ही नही, मुस्लिम सहित सभी धर्मों के लोगों से सहयोग राशि (धन) ली जाएगी. वहीं, मंदिर निर्माण के लिए जन जागरण और कोष संग्रह ‘राम निधि समर्पण अभियान’ के शुरू होने से पहले ही लोगों के उत्साह को देखते हुए विश्व हिंदू परिषद गदगद है. 

विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेन्द्र कुमार जैन के मुताबिक, संत समाज और आम सनातनी तो उत्साहित हैं ही, लेकिन जोधपुर में छठी कक्षा का एक छात्र अपना गुल्लक लेकर आया और बोला कि वो इसे राम मंदिर निर्माण के लिए समर्पित करना चाहता है. हालांकि, उस बालक को समझा बुझा कर भेज दिया गया लेकिन तभी परिषद ने जन भावनाओं को समझते हुए इस अभियान को और व्यापक करने का निर्णय ले लिया.

अब परिषद ने अपना लक्ष्य, दायरा और कोष निधि सब बढ़ा लिए हैं. परिषद ने चार लाख गांवों तक पहुंचने के अपने लक्ष्य को बढ़ाकर पांच लाख 32 हज़ार 338 गांवों तक पहुंचने का लक्ष्य रख दिया है. 

उधर, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, भगवान राम जिनके आदर्श हैं और जो बाबर को अपना अनुयायी नहीं मानते, वह मंदिर निर्माण में अपना योगदान दे रहे हैं. मुस्लिम समुदाय के 5 लोगों ने अब तक राम मंदिर के लिए धन दिया है, जिसमें 2 लाख का चेक भी शामिल है. राय ने कहा कि राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट चाहता है कि करोड़ों लोग अपने पॉकेट बचत को यहां लगाएं. हमारे कार्यकर्ता 11 करोड़ लोगों से संपर्क करेंगे, इसके लिए मकर संक्रांति से संपर्क अभियान शुरू किया जाएगा, जो कि 42 दिन तक पूरे भारत में चलेगा.  

चंपत राय ने कहा कि मंदिर की नींव बहुत मजबूत हो, दीर्घायु हो इसके लिए भारत के बड़े इंजीनियर, प्रोफेसर और वैज्ञानिक कार्य कर रहे हैं. भारत के बड़े आईआईटी संस्थाओं की टीम कार्य कर रही है. यही नहीं भूकंप के झटके व सरयू के प्रवाह को लेकर भी अध्ययन किया जा रहा है. राय ने कहा कि बहुत जल्द मकर संक्रांति तक एक मजबूत नींव की डिजाइन सामने आ जाएगी.

फिलहाल, मंदिर की ड्राइंग को बड़ा किया गया है. जमीन से शिखर की ऊंचाई भी पहले से बढ़ाई गई है. लोगों को जमीन से मंदिर के लिए दर्शन के लिए 32 सीढियां चढ़नी होंगी. बुजुर्ग और दिव्यांग जनों का ख्याल रखा जाएगा. चंपत राय ने कहा कि दिसंबर 2023 तक उम्मीद है कि मंदिर निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा. राम मंदिर संघर्ष की शौर्य गाथा है. 


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