September 24, 2024

गाजियाबाद हादसा : 25 लाशों से दहल उठा देश, 2 महीने पहले ही 50 लाख में श्मशान घाट का हुआ था जीर्णोद्धार

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में भ्रष्टाचार दो दर्जन से ज्यादा जिंदगियों पर भारी पड़ गई। गाजियाबाद के मुरादनगर श्मशान घाट हादसे में मृतकों की संख्या 25 हो गई है। जबकि कई लोग अब भी अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। वहीं इस मामले ईओ निहारिका सिंह समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि ठेकेदार अजय त्यागी अब भी फरार बताया जा रहा है। गाजियाबाद पुलिस ने इन चारों समेत कुछ अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।

श्मशान घाट के जीर्णोद्धार के लिए 50 लाख रुपये का टेंडर अजय त्यागी नाम के ठेकेदार को दिया गया था। जिस बरामदे का लिंटर भरभरा कर गिरा है, वह बरामदा भी इसी टेंडर के तहत 2 महीने पहले ही बना था। हादसे के बाद ठेकेदार फरार बताया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि श्मशान घाट के बरामदे के निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया था और इसी वजह से ये हादसा हुआ। बरामदे के निर्माण कार्य में घटिया सामग्री के इस्तेमाल की शिकायत स्थानीय लोगों ने नगर पालिका और प्रशासन के अधिकारियों से की थी। इतना ही नहीं घटिया सामग्री का आरोप लगाकर पूर्व पालिकाध्यक्ष के पति ने निर्माण कार्य भी रोका था। 

अक्टूबर महीने में पिलर खड़े करके उन पर लेंटर डाला गया। कुछ समय पहले ही लेंटर से शटरिंग हटाई गई थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि गैलरी 50 फीट लंबी और 23 फीट चौड़ी बनाई गई थी। लेंटर डालने के लिए जो पिलर बनाए गए तो उसका बेस कमजोर था। इस कारण रविवार सुबह से हो रही बारिश का पानी नींव में चला गया और पिलर गिर गए।

नगर पालिका के चेयरमैन विकास तेवतिया ने बताया कि जिस तरह से यह लिंटर गिरा है, उससे साफ जाहिर है कि कहीं ना कहीं घटिया निर्माण सामग्री इस्तेमाल हुई है। यह खुद अपने स्तर से इसकी गहनता से जांच कराएंगे। उन्‍होंने बताया कि नगर पालिका की तरफ से इस श्‍मशान की चारदीवारी और सौंदर्यीकरण के लिए 50 लाख का टेंडर अजय त्‍यागी को दिया गया था। हाल ही में इस बरामदे का निर्माण इसी टेंडर के तहत हुआ था जहां का लिंटर गिरा है।

ये हदास उस वक्त हुआ जब लोग श्माशान घाट में एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार के लिए वहां पहुंचे थे। दरअसल दयानंद कॉलोनी निवासी दयाराम की शनिवार की रात बीमारी के चलते मौत हो गई थी। रविवार को उनके अंतिम संस्कार के लिए परिजन मुरादनगर स्थित एक श्मशान घाट पहुंचे। अंतिम संस्कार में रिश्तेदार और आसपास के तकरीबन 100 लोग घाट पर पहुंचे थे। सुबह से हो रही बारिश के कारण लोग श्मशान घाट परिसर में बने भवन के अंदर खड़े थे। तभी अचानक जमीन धंसने से दीवार बैठ गई और छत भरभराकर गिर गई।


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