16 जून के बाद देश में सबसे कम आए कोरोना के केस
देश में आज से कोरोना वैक्सीन अलग-अलग राज्यों में पहुंचनी शुरू हो गई है और 16 जनवरी से लगनी भी शुरू हो जाएगी। राहत की बात यह है कि देश में अब कोरोना के केस भी काफी कम होने लगे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में कोरोना के 12,584 नए मामले सामने आए हैं, जोकि लगभग सात महीनों में सबसे कम है।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में इस महामारी से मरने वाले लोगों की तादाद 167 हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों में सुबह 8 बजे देश की मौत का आंकड़ा 151,327 है।
पिछले दो दिनों में 170 से कम मौतें हो रही है। कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या 216,558 और 18,385 लोग पिछले 24 घंटों में वायरल बीमारी से ठीक हो गए है। जिसके बाद देश में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की तादाद 10,111,294 है, जोकि रिकवरी दर को 96.48% तक ले गए हैं।
भारत 16 जनवरी से अपने टीकाकरण अभियान की शुरुआत करेगा और पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन की पहली खुराक आज देश के कई हिस्सों के लिए रवाना हो चुकी है। कोविशिल्ड वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित किया गया है और पुणे स्थित एसआईआई द्वारा निर्मित किया गया है। इसके साथ ही देश में भारत बायोटेक के कोवैक्सीन को भी ड्रग्स नियामक द्वारा मंजूरी दे दी गई है।
इन टीकों को दिल्ली, चेन्नई, चंडीगढ़, कोलकाता, गांधीनगर, हैदराबाद, विजयवाड़ा, भुवनेश्वर, गुवाहाटी, बेंगलुरु, पटना और लखनऊ के लिए निजी हवाई जहाजों में ले जाया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस बीमारी के खिलाफ दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत में केंद्र 30 मिलियन स्वास्थ्य देखभाल और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं का टीकाकरण करने की पूरी लागत वहन करेगा। अधिकारियों के अनुसार इस चरण की लागत लगभग 10,000 करोड़ हो सकती है।
मोदी ने टीकाकरण अभियान के पांच दिन पहले मुख्यमंत्रियों के साथ अपनी आभासी बैठक में कहा कि कुछ और टीके पाइपलाइन में हैं।