लद्दाख में सेना के पीछे हटने पर भड़के ओवैसी, रक्षा मंत्री से पूछे ये सवाल
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पर आरोप लगाया कि उन्होंने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हुए घटनाक्रम की पूरी जानकारी नहीं दी है। उन्होंने कहा कि पहले भारतीय सेना फिंगर 8 को गश्त करती थी, लेकिन रक्षा मंत्री यह क्यों कह रहे हैं कि सेना अब फिंगर 4 में गश्त करेगी।
संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने सदन में राजनाथ सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “रक्षा मंत्री खुलासा नहीं कर रहे हैं कि एलओसी पर अप्रैल 2020 से पूर्व की स्थिति को बहाल कर दिया गया है या नहीं।”
उन्होंने सवाल किया, “असहमति का अर्थ क्या है? भारतीय सेना फिंगर 8 (पैंगोंग त्सो पर) पर गश्त करती थी और अब वह कह रही है कि सेना फिंगर 4 पर गश्त करेगी। इसका क्या अर्थ है?”
सांसद ने कहा, “वह (राजनाथ सिंह) डेपसांग, डेमचोक और गलवान के बारे में कुछ नहीं बता रहे हैं। सरकार ने हमेशा कहा कि वार्ता पूरे लद्दाख के लिए होगी और अब वार्ता दक्षिण और उत्तर में पैंगोंग झील के लिए हो रही है।”
ओवैसी ने ‘वर्तमान स्थिति लद्दाख’ पर लोकसभा में राजनाथ सिंह के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा, “सरकार कहा करती थी कि हमारे सैनिक कैलाश रेंज में एक रणनीतिक बिंदु पर हैं। आप अब खाली क्यों कर रहे हैं? क्या चीन भी कहीं नहीं था? वह इसका जवाब देने में सक्षम नहीं हैं।”
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा को पूर्वी लद्दाख में वर्तमान स्थिति से अवगत कराया, जिसमें कहा गया था कि भारत और चीन के बीच पैंगोंग झील क्षेत्र में विस्थापन के लिए एक समझौता हुआ है और यह परिकल्पना करता है कि दोनों पक्ष अपनी आगे की तैनाती को चरणबद्ध, समन्वित और सत्यापित तरीके से समाप्त कर देंगे।”
उन्होंने कहा कि चीनी पक्ष नॉर्थ बैंक क्षेत्र में फिंगर 8 के पूर्व में अपनी सैन्य उपस्थिति बनाए रखेगा। मंत्री ने कहा, “भारतीय सेना धन सिंह थापा पोस्ट में फिंगर के पास अपने स्थायी ठिकाने पर आधारित होगी। दक्षिण बैंक क्षेत्र में दोनों पक्षों द्वारा इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी।”