26 जनवरी के दिन दिल्ली में थे दिशा और शांतनु, अगले दिन गए: सूत्र

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गणतंत्र दिवस पर दिल्‍ली में हिंसा के पीछे टूलकिट को लेकर दिल्‍ली पुलिस ने जांच तेज कर दी है। सूत्रों से जानकारी के अनुसार, टूलकिट मामले में आरोपी दिशा रवि और शांतनु 26 जनवरी के आसपास दिल्ली में था। यह दोनों 26 जनवरी की रैली से पहले दिल्ली में थे और हिंसा के अगले दिन दिल्ली से चले गए।

टूलकिट कांड पर जांच को आगे बढ़ते हुए दिल्ली पुलिस ने वाट्सएप और जूम से जानकारी मांगी है। दिल्ली पुलिस ने वाट्सएप से दिशा रवि के वाट्सएप ग्रुप को लेकर भी जानकारी मांगी है। पुलिस के मुताबिक, दिशा रवि ने ‘इंटरनेशनल फार्मर स्ट्राइक’ के नाम से एक वाट्सएप ग्रुप बना रखा था, जिसमें 10 लोग जुड़े हुए थे। दिशा ने ये वाट्सएप ग्रुप 6 दिसंबर को बनाया था, लेकिन जब पुलिस का शिकंजा कसा तो उसने सब डिलीट कर दिया। पुलिस की स्पेशल सेल अब दिशा के वाट्सएप चैट को रिट्राइव करने में लगी है।

इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने जूम से भी जानकारी मांगी है। 11 और 22 जनवरी को निकिता जैकब, शांतनु और दिशा रवि की जो मीटिंग हुई थी, उसको लेकर जानकारी मांगी गई है। दिल्ली पुलिस ने इस मीटिंग में कौन-कौन शामिल हुआ था, उसकी जानकारी मांगी है। सूत्रों की मानें तो दिल्ली पुलिस को लगता है कि 11 और 22 जनवरी को ज़ूम पर जो मीटिंग हुई थी, उसमें किसान आंदोलन के जरिए लोगों को कैसे भड़काया जाए उसकी रणनीति बनाई गई थी।

इधर, किसानों के समर्थन में बनाई गई विवादित ‘टूलकिट’ मामले में दिल्ली पुलिस की धड़पकड़ तेज हो गई है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल निकिता जैकब और शांतनु की तलाश में शहर-शहर लगातार तलाशी अभियान चला रही है। वहीं, निकिता जैकब और शांतनु की अग्रिम जमानत याचिकाओं पर आज सुनवाई होने वाली है। बॉम्बे हाईकोर्ट में निकिता जैकब की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई होगी, जबकि बॉम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद पीठ में शांतनु की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई होगी। दोनों के खिलाफ ‘टूलकिट’ मामले में गैर जमानती वारंट जारी किया गया है।

इससे पहले शनिवार को बेंगलुरु से क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया था। दिशा रवि फिलहाल दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के गिरफ्त में हैं। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। साथ ही खंगालने की कोशिश की जा रही है कि टूलकिट साजिश में और कितने चेहरे शामिल है।