पेट्रोल-डीजल की बेलगाम बढ़ती कीमतों पर पहली बार बोले पीएम मोदी, कही ये बातें
देश में पेट्रोल-डीजल की कीमत लगातार बेगलाम होती जा रही है। रोजाना बढ़ती तेल की कीमतें नए-नए रिकॉर्ड तोड़ रही है। देशभर में पेट्रोल-डीजल की कीमत अब तक के उच्चतम स्तर पर बिक रहा है। देश में पेट्रोल की कीमत पहली बार 100 रुपये के पार चली गयी। इतना ही नहीं इसमें लगातार बढ़ोतरी का दौर जारी है। इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि मध्यम वर्ग को ऐसी कठिनाई नहीं होती यदि पूर्ववर्ती सरकारों ने ऊर्जा आयात की निर्भरता पर ध्यान दिया होता।
ईधन की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि का जिक्र किए बिना प्रधानमंत्री ने कहा कि 2019-20 में भारत ने अपनी घरेलू मांगों को पूरा करने के लिए 85 फीसदी तेल और 53 फीसदी गैस का आयात किया है। बुधवार को तमिलनाडु में एन्नौर-थिरुवल्लूर-बेंगलुरु-पुदुचेरी-नागापट्टिनम-मदुरै-तूतीकोरिन प्राकृतिक गैस पाइपलाइन के रामनाथपुरम- थूथूकुडी खंड का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि क्या हमें आयात पर इतना निर्भर होना चाहिए? मैं किसी की आलोचना नहीं करना चाहता लेकिन यह जरूर कहना चाहता हूं कि यदि हमने इस विषय पर ध्यान दिया होता तो हमारे मध्यम वर्ग को बोझ नहीं उठाना पड़ता।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने के साथ स्वच्छ और हरित स्रोतों पर काम करने की हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार मध्यम वर्ग पर पड़ रहे बोझ को लेकर चिंतित है। इसीलिए भारत अब पेट्रोल में एथनॉल मिश्रण पर जोर दे रही है। इससे किसानों के साथ-साथ ग्राहकों को भी लाभ होगा.’ सरकार ने 2025 तक पेट्रोल में एथनॉल मिश्रण 20 फीसदी करने का लक्ष्य रखा है जो फिलहाल 8.5 फीसदी है।
उन्होंने कहा कि भारत एक तरफ जहां ऊर्जा आयात पर निर्भरता कम करने पर ध्यान दे रहा है, वहीं दूसरी तरफ जोखिम कम करने के लिये अपने संसाधनों को विविध रूप भी दे रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार का जोर ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों पर है और 2030 तक हमने कुल ऊर्जा उत्पादन में नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की हिस्सेदारी 40 फीसदी करने का लक्ष्य रखा है।
आपको बता दें कि भारत और चीन समेत एशियाई देशों में कच्चे तेल की मांग में लगातार इजाफा हो रहा है। इससे कल कच्च तेल के अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में तेजी देखी जा रही है। लंदन क्रूड ऑयल एक्सचेंज में कल WTI Crude 0.66 डॉलर बढ़ कर 61.80 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया। ब्रेंट क्रूड के दाम में भी तेजी का रूख है। यह 0.99 डॉलर प्रति बैरल बढ़ कर 64.34 डॉलर प्रति बैरल पर गया।
गौरतलब है कि इस साल यानी जनवरी और फरवरी में महज 22 दिन ही पेट्रोल 06.07 रुपये तक महंगा हो गया है। जबकि बीते 10 महीने में ही पेट्रोल के दाम में करीब 19 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा की बढ़ोतरी हो चुकी है। वहीं इस डीजल अबतक 06.40 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है। जबकि पिछले 10 महीने में डीजल के दाम में करीब 17 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है।