दास्तान-ए-सीएम: फेस फॉर 2022 को लेकर मिला इन बड़े नेताओं का साथ
देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के चार साल पूरे होने जा रहे हैं और अब प्रदेश में चुनावी वर्ष की एंट्री हो चुकी है। लिहाजा बीजेपी ने भी अपना दांव उत्तराखंड के सफल मुख्यमंत्री में गिने जाने वाले त्रिवेंद्र रावत में खेलने का निर्णय लिया है। पार्टी ने उन्हें आगे रख चुनाव लड़ने का मन बना लिया, जिसको लेकर कई दौर की बैठक भी की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व को आलाकमान ने स्वीकार करते हुए उन्हें 2022 के विधानसभा चुनाव का चेहरा घोषित कर दिया है। देहरादून में केंद्रीय कोर ग्रुप की बैठक के बाद से बीजेपी के पर्यवेक्षकों दुष्यंत कुमार और रमन सिंह ने सीएम त्रिवेंद्र के काम को सराहा है।
सोमवार को दिल्ली में प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार ने सीएम के काम को सराहाते हुए कहा, कि उत्तराखंड सरकार के सफल 4 साल पूरे हुए हैं, जिसको लेकर सरकार जनता के बीच जाएगी। उन्होंने कहा, उत्तराखंड के जनमानस का मन है कि त्रिवेंद्र रावत 2022 में फिर से आने चाहिए। सीएम रावत की सरकार सुशासन वाली सरकार है जिन्होंने आयुष्मान कार्ड, पानी, सड़क को लेकर काफी काम किया है।
वहीं राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने कहा, बीजेपी का फेस त्रिवेंद्र रावत है और उन्हीं के नेतृत्व में 2022 में बीजेपी सारे मिथकों को तोड़कर दुबारा सत्ता में आएगी। बलूनी ने कहा, त्रिवेंद्र रावत के काम के दम पर जनता बीजेपी को चुनेगी।
18 मार्च को त्रिवेंद्र सरकार के 4 साल पूरे होने जा रहे है जिसको लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने सरकार के कामकाज की रिपोर्ट जनता तक पहुंचाने को कहा है। भगत ने कहा, त्रिवेंद्र सरकार ने अनकों जनकल्याणकारी योजनाएं शुरु की है, जिसका फायदा जनता को मिला है। इसको लेकर सरकार की नीतियों को जनता तक पहुंचाया जाएगा।
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट ने भी सीएम त्रिवेंद्र रावत के चेहरे पर लड़ने की बात कही है। भट्ट ने कहा, कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जनता के हित में दिन रात काम कर रहे हैं और उन्हीं के नेतृत्व में 2022 का चुनाव लड़ा जाएगा, जिसमें बीजेपी प्रचंड बहुमत के साथ फिर से सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा, केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का सीधा फायदा उत्तराखंड को मिला। डबल इंजन की सरकार से जनता को काफी फायदा हो रहा है और ऐसे में 2022 में कोई भी दल बीजेपी के सामने टिकता हुआ नही दिखाई दे रहा है।