September 22, 2024

कोरोना वायरस से जंग जीतने के बाद दिल की बीमारी बढ़ा रही टेंशन, यूं करें बचाव

भारत में इन दिनों कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार जिंदगी के लिए आफत बनी हुई है, जिससे लोगों की मौत का आंकड़ा भय पैदा कर रहा है। कोरोना वायरस से अब तक करीब 3.15 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। कोरोना के नए मामले जरूर कम हुए हैं, लेकिन अभी भी खतरा बरकरार बना हुआ है।

 

कोरोना से ठीक होने के बाद दिल की बीमारी भी चिंता का विषय बनी हुई हैं। देहरादून के अस्पतालों में कॉर्डियोलॉजिस्ट के पास ओपीडी-इमरजेंसी में, जो मरीज पहुंच रहे हैं, उनमें 30% मरीज ऐसे हैं, जिन्होंने कोरोना को मात दी है। हालांकि, विशेषज्ञ कहते हैं कि, इनमें ऐसे मरीज ज्यादा हैं, जिन्हें पहले से दिल से जुड़ी बीमारी, हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई बीपी की समस्या रही हो।

– दिल के मरीज हैं तो दवाई जरूर खाएं

वहीं, कोरोनेशन में फोर्टिस यूनिट के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. इरफान याकूब बट के मुताबिक रोजाना 25-30 की ओपीडी में 8-10 और इमरजेंसी में दस में से दो मरीज पोस्ट कोविड वाले आ रहे हैं। उन्हें हार्ट अटैक, छाती में दर्द की शिकायत आ रही है। कई मरीजों में पंपिंग क्षमता में भी कमी देखी गई हैं। सांस लेने में भी कई मरीजों को अब तक दिक्कत है।

दून अस्पताल के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अमर उपाध्याय के मुताबिक ओपीडी बंद हैं, लेकिन फिर भी रोजाना 10 से 12 ऐसे मरीज भी संपर्क कर रहे हैं, जिनकी धड़कनें बढ़ी हुई मिल रही हैं। लोगों में एंजाइटी देखी जा रही है। कोरोना वायरस ने दिमाग की नसों को प्रभावित किया है। मरीजों में साइनस टेककार्डिया पाया जा रहा है।


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