बड़ी खबरः नेता प्रतिपक्ष डा० इन्दिरा हृदयेश का नई दिल्ली में निधन, कांग्रेस में शोक की लहर
देहरादून। उत्तराखंड की नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा हृदयेश का निधन हो गया है। उनके अचानक निधन की खबर पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड पडी है। इंदिरा हृदयेश कांग्रेस हाईकमान के साथ मीटिंग में शामिल होने दिल्ली गई थी। इसके बाद उनकी हालत खराब होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी मृत्यु हो गई।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कांग्रेस नेता इंदिरा हृदयेश के आकस्मिक निधन में गहरा दुःख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदिरा हृदयेश ने पिछले चार दशक से यूपी से लेकर उत्तराखंड की राजनीति में बङी भूमिका निभाई। वे एक कुशल प्रशासक, वरिष्ठ राजनीतिज्ञ व संसदीय ज्ञान की जानकार थीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व० इंदिरा हृदयेश से मेरा परिचय दशकों पुराना रहा है। उनसे सदा मुझे बड़ी बहन जैसी आत्मीयता मिली। विधानसभा में जनहित के मुद्दे उठाने में वे सदा अग्रणी रहती थीं। मैं इस कठिन समय में उनके परिजनों व समर्थकों के प्रति अपनी सांत्वना व्यक्त करता हूँ।
पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह ने भी नेता प्रतिपक्ष इन्दिरा हृदेयश के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि इस घटना से मन अत्यंत व्यथित है। इंदिरा बहन ने अपने लम्बे राजनीतिक जीवन में कई पदों को सुशोभित किया और विधायिका के कार्य में पारंगत हासिल की। उनका जाना मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति भी है।
कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी नेता प्रतिपक्ष इन्दिरा हृदयेश के आकस्मिक निधन में शोक संवेदनाए व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मूर्धन्य नेता, एक अनूठा व्यक्तित्व, संसदीय विधा की मर्मज्ञ, संघर्षरत जनता व शिक्षकों की आवाज, हल्द्वानी व उत्तराखंड की जनता की एक लगनशील सेविका और कांग्रेस की शीर्ष नेता इंदिरा हृदयेश जी, उनका जाना हम सबके लिए बहुत दुखद है, उनके रिक्त स्थान को कोई नहीं भर सकता है।
कांग्रेस के युवा नेता और पूर्व जिला पंचायत सदस्य, देहरादून राकेश नेगी ने अपने शोक संदेश में कहा कि नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के निधन की खबर पर विश्वास ही नहीं होता। उन्होंने कहा कि पार्टी को अभी उनके मार्गदर्शन की आवश्यकता थी। उन्होंने कैबिनेट मंत्री रहते प्रदेश में कई अविस्मरणीय कार्य किये। नेता प्रतिपक्ष के तौर पर उन्होंने हमेशा जनसमस्याओं को सरकार के सामने असरदार तरीके से रखा।