किसान आंदोलन: 22 जुलाई से हर दिन 200 प्रदर्शनकारी आएंगे जंतर-मंतर
सरकार को विभिन्न मुद्दों पर संसद के अंदर विपक्ष के हंगामे का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस और अन्य दलों ने कहा है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती, तब तक वे मानसून सत्र को सामान्य रूप से आगे नहीं बढ़ने देंगे। अब, सरकार के लिए संसद के बाहर भी एक नई समस्या खड़ी होने वाली है।
सिंघू बॉर्डर पर विरोध का नेतृत्व कर रहे किसान संगठनों ने फैसला किया है कि गुरुवार से 200 प्रदर्शनकारी हर दिन जंतर-मंतर जाएंगे।
किसान नेताओं ने कहा, “हम 22 जुलाई से मानसून सत्र समाप्त होने तक ‘किसान संसद’ आयोजित करेंगे और 200 प्रदर्शनकारी हर दिन जंतर-मंतर जाएंगे। हर दिन एक स्पीकर और एक डिप्टी स्पीकर चुना जाएगा। पहले दो दिनों में एपीएमसी एक्ट पर चर्चा होगी। बाद में, अन्य विधेयकों पर भी हर दो दिनों में चर्चा की जाएगी।”