कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को दिल्ली में बलात्कार और हत्या पीड़िता बच्ची के परिवार से मिलने पहुंचे। एक अगस्त को राष्ट्रीय राजधानी के छावनी इलाके में एक पुजारी और तीन अन्य लोगों द्वारा नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था, जिससे पूरे देश में व्यापक आक्रोश फैल गया।
चारों आरोपियों ने पीड़िता के शव का उसके परिवार के सदस्यों की सहमति के बिना ओल्ड नंगल श्मशान में जबरन अंतिम संस्कार कर दिया। लड़की के परिवार से मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए गांधी ने कहा, ‘मैंने परिवार से बात की, वे न्याय चाहते हैं और कुछ नहीं। वे कह रहे हैं कि उन्हें न्याय नहीं दिया जा रहा है और उनकी मदद की जानी चाहिए। हम करेंगे।”
कांग्रेस सांसद ने कहा, ”जब तक उनको न्याय नहीं मिलेगा तब तक राहुल गांधी उनके साथ खड़ा है और एक इंच पीछे नहीं हटेगा।” उन्होंने कल घटना पर एक मीडिया रिपोर्ट को टैग किया था और हिंदी में ट्वीट किया, “एक दलित की बेटी भी देश की बेटी होती है।”
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कल इस घटना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा और राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया था। दिल्ली पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आती है।
उन्होंने कहा, “दिल्ली में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार गृह मंत्री उत्तर प्रदेश में प्रमाण पत्र बांटने गए थे, लेकिन अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पा रहे हैं।”
वहीं इस मामले में डीसीपी साउथ वेस्ट प्रताप सिंह ने कहा, ”बच्ची के शरीर के बचे हुए अंगों का कल पोस्टमार्टम हुआ। डॉक्टरों के बोर्ड ने बताया है कि शरीर के जितने अंग हैं, उनसे मौत के कारण का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। अवशेषों को हम परिवार को सौंप देंगे। लाई डिटेक्टर और नार्को टेस्ट के लिए आरोपी की सहमति जरूरी होती है। अगर आरोपी मान जाते हैं तो हम लाई डिटेक्टर और नार्को टेस्ट करेंगे। हम लोग आरोपियों को न्यायिक हिरासत से रिमांड में लाएंगे और पूछताछ करेंगे।”