हिमाचल के किन्नौर में फिर बड़ा हादसा, पहाड़ से गिरे मलबे में दबी यात्रियों से भरी बस, 40 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका
हिमाचल प्रदेश में बुधवार को एक दुखद दुर्घटना हुई, जब भयानक भूस्खलन ने एचआरटीसी की चलती बस को अपनी चपेट में ले लिया, जिसमें लगभग 30 से 35 यात्री सवार थे। इस दुर्घटना का शिकार होने से बचने वाले चालक ने किन्नौर में जिला अधिकारियों को दुर्घटना के बारे में सूचित किया।
डिप्टी कमिश्नर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि मलबे में 40 से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका है। हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने घटना के बाद मीडिया को संबोधित किया और दुर्घटना की पुष्टि की। एक महीने से भी कम समय में किन्नौर में भूस्खलन की यह दूसरी बड़ी घटना है।
सादिक ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को बताया कि हिमाचल सड़क परिवहन निगम (एचआरटीसी) की बस समेत कई वाहन मलबे में दब गए हैं, जिसमें 40 से अधिक यात्री सवार हैं। उन्होंने बताया कि बस किन्नौर के रिकांग पियो से शिमला जा रही थी।
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किन्नौर के उपायुक्त ने बताया कि सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और स्थानीय बचाव दल को बचाव कार्य के लिए बुलाया गया है। सादिक ने यह भी कहा कि पत्थर अब भी गिर रहे हैं जिससे बचाव अभियान चलाने में समस्या आ रही है।
घटना किन्नौर के निगुलसारी के पास एनएच-5 पर हुई। कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
इससे पहले भी किन्नौर जिले में भूस्खलन की चपेट में आने से नौ लोगों की मौत हो गई थी, वहीं तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। ये हादसा किन्नौर जिले गुंसा के पास चट्टानें गिरने के कारण छितकुल से सांगला की ओर जा रही पर्यटकों की गाड़ी भूस्खलन की चपेट में आ गई थी। गाड़ी पर पत्थर गिरने से दिल्ली एनसीआर के नौ पर्यटकों की जान चली गई थी। इतना ही नहीं किन्नौर की संगल घाटी में बटसेरी पुल ढह गया।