पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी होंगे तालिबान के पहले अतिथि,भारत के खिलाफ नए गठजोड़ की तैयारी
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अफगानिस्तान में कई प्रांतों पर तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी इस आतंकी संगठन के पहले अतिथि होंगे। वह कथित तौर पर 22 अगस्त रविवार को काबुल का दौरा करेंगे।
‘तालिबान के खिलाफ प्रचार झूठा’
कुरैशी ने कहा कि तालिबान के खिलाफ अशरफ गनी प्रशासन द्वारा प्रचार झूठा है। उसने कहा कि विद्रोहियों ने देश भर में माफी की घोषणा की है और लड़कियों की शिक्षा पर रोक नहीं लगा रहे हैं। हालांकिइसके जमीन पर इसका कोई सबूत नहीं है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी तालिबान को खुलकर अपना समर्थन दिखाया है। उन्होंने कहा कि काबुल पर तालिबान की जीत का अफगानों ने “गुलामी की बेड़ियों को तोड़ दिया”।
तालिबान से वापस लिए तीन जिले
अफगानिस्तान के पुल-ए-हेसर, देह-ए-सलाह और बानो जिलों को तालिबान से मुक्त कर दिया गया है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, आतंकवादी समूह को घेर लिया गया और 60 से अधिक विद्रोही मारे गए या घायल हुए। पुल-ए-हेसर जिला काबुल के उत्तर में पंजशीर घाटी के करीब स्थित है, जहां तालिबान विरोधी मोर्चा बनाया जा रहा है।