कौन है आतंकी संगठन ISIS-खुरासान? जिसने काबुल के बम धमाकों की ली है जिम्मेदारी

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इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP) ने काबुल हवाई अड्डे पर फिदायीन हमलों की जिम्मेदारी ली है। इस संगठन ने दावा किया है कि अब्दुल रहमान अल-लोगरी इस हमले के फिदायीन हमलावरों में से एक है। इन हमलों में 60 अफगान समेत 13 अमेरिकी सुरक्षाबलों के जवान मारे गए हैं। इस्लामिक स्टेट खुरासान ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि एक आत्मघाती हमलावर काबुल एयरपोर्ट के पास ‘बारां कैंप’ में जहां अमेरिकी सेना के साथ ट्रांसलेटर्स और अन्य सहयोगी मौजूद थे, वहां तक पहुंचने में कामयाब हो गया और उसने अपने शरीर में बंधे विस्फोटक बेल्ट में ब्लास्ट कर दिया।

इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP)का प्रमुख शहाब अल मुहाजिर है जो पहले हक्कानी समूह में मिड लेवल का कमांडर था। पाकिस्तानी तालिबान, अफगान तालिबान और इस्लामिक मूवमेंट ऑफ उजबेकिस्तान के पूर्व सदस्यों ने मिलकर इस संगठन की स्थापना की थी।  बाद के दिनों में इसने अन्य संगठनों के आतंकियों को भी अपने में शामिल किया। आईएस खुरासान के जुड़े काबुल के आतंकियों को आधुनिक ट्रेनिंग दी गई है।

दरअसल यह संगठन इस्लामिक स्टेट का क्षेत्रीय सहयोगी है जो कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान में एक्टिव है। यह समूह लंबे अर्से से अमेरिकी सैनिकों पर हमले की योजना बनाता रहा है। यह अफगानिस्तान के सभी जिहादी आतंकवादी समूहों में सबसे हिंसक माना जाता है। इसकी स्थापना जनवरी 2015 में उस वक्त हुई जब इराक और सीरिया में आईएस का वर्चस्व अपने चरम पर था। हालांकि बाद में इराक और सीरिया में आईएस को नष्ट कर दिया गया। यह आतंकी संगठन अफगान और पाकिस्तानी दोनों जिहादियों को अपने संगठन में भर्ती करता है।