अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमले के पीछे पाकिस्तान का बड़ा कनेक्शन आया सामने
अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमले के पीछे पाकिस्तान का एक बड़ा कनेक्शन सामने आ रहा है। कहा जा रहा है कि तथाकथित इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP), जिसने काबुल हवाई अड्डे पर 103 से अधिक लोगों की हत्या की नृशंस आत्मघाती बम विस्फोटों की जिम्मेदारी ली है, तालिबान का प्रतिद्वंद्वी है, लेकिन आईएसकेपी प्रमुख असलम फारूकी का मामला कुछ अलग ही है। क्योंकि इसके तार भी पाकिस्तान से जुड़ रहे हैं।
काबुल हवाईअड्डे पर हमला दिखाता है कि अफगानिस्तान आतंकवादियों का गढ़ बना रहेगा। जैसा कि असलम फारूकी ने खुलासा किया है आईएसकेपी की चाबियां रावलपिंडी में हैं। वह 27 मार्च, 2020, में काबुल गुरुद्वारा हमले का मुख्य अपराधी भी है।
पाकिस्तानी नागरिक, फारूकी पहले लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़ा था, जो काबुल और जलालाबाद में हक्कानी नेटवर्क और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के सहयोग से संचालित होता है। उसने अप्रैल 2019 में मावलवी जिया-उल-हक उर्फ अबू उमर खोरासानी की जगह आईएसकेपी प्रमुख के रूप में पदभार संभाला था।