September 23, 2024

देशभर में आज मनाया जा रहा है जन्माष्टमी का पावन त्योहार, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत तमाम दिग्गजों ने दी ये शुभकामनाएं

आज कृष्ण कन्हैया का जन्मदिन है। इस मौके पर देशभर में आज जन्माष्टमी का पावन त्योहरा मनाया जा रहा है। जन्माष्टमी का पर्व भाद्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस खास मौके पर मथुरा के साथ-साथ देश के कृष्णा मंदिरों में सुबह से ही ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ के जयकारे गुंज रहे हैं। हालांकि, कोरोना संकट के चलते भगवान श्री कृष्णा के जन्मोत्सव पर भव्य कार्यक्रम नहीं आयोजित हो रहे हैं।

 

राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने ट्वीट कर देशवासियों को जन्माष्टमी की बधाई दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘इस शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। यह पर्व भगवान श्री कृष्‍ण के जीवन-चरित के बारे में जानने और उनके संदेशों के प्रति स्वयं को समर्पित करने का अवसर है। मेरी कामना है कि यह त्योहार सभी के जीवन में सुख, स्वास्थ्य तथा समृद्धि का संचार करे।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीटर देशवासियों को जन्माष्टमी की बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा है कि आप सभी को जन्माष्टमी की ढेरों शुभकामनाएं। जय श्रीकृष्ण! जन्‍माष्‍टमी के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं।

गृहमंत्री अमित शाह ने भी कृष्ण जन्माष्टमी पर देशवासियों के बधाई देते हुए  ट्वीट किया है कि ‘समस्त देशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।’

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर देशवासियों को कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दी है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा है ‘आप सभी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ।’

आपको जन्माष्टमी पर्व पर पूजन का शुभ मुहूर्त 30 अगस्त की रात 11 बजकर 59 से 12 बजकर 44 मिनट तक रहेगा। इस मुहूर्त में में भगवान श्री कृष्ण के बालरूप गोपाल जी का पूजन करना बेहद फलदाई रहेगा है। 30 अगस्त की सुबह 6 बजकर 39 से रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा और 31 अगस्त की सुबह 9 बजकर 44 तक रोहिणी नक्षत्र रहेगा। भगवान श्री कृष्ण का जन्म रात्रि में हुआ था। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण के बाल रूप की पूजा- अर्चना रात्रि में ही की जाती है।

कृष्ण जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त

अष्टमी तिथि प्रारंभ- 29 अगस्त दिन रविवार को रात 11 बजकर 25 मिनट से

अष्टमी तिथि समाप्त-  30 अगस्त दिन सोमवार को देर रात 01 बजकर 59 मिनट पर होगा।

पूजा का शुभ मुहूर्त- 30 अगस्त को रात 11 बजकर 59 मिनट से देर रात 12 बजकर 44 मिनट तक।

कुल अवधि- 45 मिनट

व्रत पारण मुहूर्त

31 अगस्त को सुबह 9 बजकर 44 मिनट बाद व्रत का पारण कर सकते हैं।

रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ- 30 अगस्त को सुबह 06 बजकर 39 मिनट से।

रोहिणी नक्षत्र समापन- 31 अगस्त को सुबह 09 बजकर 44 मिनट पर।


WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com