ताजमहल के पास कॉन्सर्ट करने पर खड़ा हुआ विवाद, सुप्रीम कोर्ट का ये आदेश किया गया दरकिनार
आगरा में यमुना के किनारे मेहताब बाग स्थित ताज व्यू प्वाइंट पर बुधवार शाम आगरा डेवलपमेंट अथॉरिटी ‘इनक्रेडिबल ताज कॉन्सर्ट हारमनी’ कराया गया . लेकिन इस आयोजन के होने से विवाद खड़ा हो गया है. इस आयोजन को ताजमहल के आसपास 500 मीटर क्षेत्र के भीतर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का उल्लंघन बताया जा रहा है .
एडीए अधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को दरकिनार करके यह कांसर्ट कराया. जिसका शुभारंभ आगरा कमिश्नर अमित गुप्ता और एडीए वीसी राजेंद्र पैंसिया ने दीप प्रज्वलित करके किया. वहीं इस आयोजन के जन्में विवाद के बाद एडीए के उपाध्यक्ष राजेंद्र पेंसिया ने इस तरह के आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि संगीत कार्यक्रम कोर्ट के दिशानिर्देशों के अनुपालन में आयोजित किया गया था. उन्होंने कहा कि “यह 50 लोगों की उपस्थिति के साथ एक छोटे पैमाने का कार्यक्रम था. इसमें न तो कोई भारी ढांचा स्थापित किया गया था और न ही डेसिबल का स्तर सीमा से परे था.
सुप्रीम कोर्ट ने लगाई है पाबंदी
दरअसल मेहताब बाग के पास यमुना किनारे आगरा विकास प्राधिकरण एडीए ने ताज व्यू प्वाइंट विकसित किया है. जहां से पर्यटक हर दिन ताजमहल को निहार सकते हैं. इसी ताज व्यू प्वाइंट पर बुधवार शाम विश्व पर्यटन दिवस के कार्यक्रमों की श्रंखला में कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ. वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश से ताजमहल के आसपास 500 की परिधि में इस तरह के आयोजन पर पाबंदी है.
रात करीब 8 बजे तक चला कार्यक्रम, दी गई कई प्रस्तुतियां
इस कार्यक्रम में सोम ठाकुर, रुचि चतुर्वेदी, अमीर अकबराबादी, सुशील सरित और दीपक मेहरा सहित आगरा के प्रसिद्ध कवियों ने अपनी कविता प्रस्तुत की। संगीत कार्यक्रम की शुरूआत शाम 5.30 बजे सुधीर नारायण के भगवान श्रीकृष्ण के शानदार गीत हुई. इसके बाद मंच से कई कवि और शायरों ने प्रस्तुतियां दी. इसके बाद रात 8 बजे कार्यक्रम समाप्त हुआ. इस कवि सम्मेलन में कमिश्नर अमित गुप्ता, मुख्य अभियंता, नगर नियोजक के साथ प्राधिकरण परिवार के अभियंता/कर्मचारीगण, प्रसिद्ध उद्यमियों, पर्यटक भी मौजूद रहे.